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कोरोना के बाद अब चीन में बाढ़ से तबाही, 1961 के बाद पहली बार इतनी अधिक बरसात

कोरोना के बाद अब चीन में बाढ़ से हालात खराब है। 1961 के बाद चीन में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बरसात रिकार्ड की गई है। बरसात से अरबों रूपये का नुकसान हो चुका है।

By Vinay TiwariEdited By: Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:39 PM (IST)
कोरोना के बाद अब चीन में बाढ़ से तबाही, 1961 के बाद पहली बार इतनी अधिक बरसात
बीजिंग, रॉयटर्स। दुनियाभर में कोरोनावायरस का संक्रमण फैलाने के बाद अब चीन बाढ़ की विभीषिका से परेशान है। बीते 6 दशकों में चीन ने इतनी अधिक बरसात पहले कभी नहीं देखी थी जिसके कारण यहां के तमाम शहर जलमग्न हो गए हैं। 

आलम ये हो गया है कि यहां सड़कों पर लोग नाव लेकर निकल रहे हैं। सड़क पर खड़ी होने वाली कारें पूरी तरह से पानी में डुबी हुई दिखती है। वुहान, हुबेई जैसे प्रांतों में हर ओर पानी ही पानी दिख रहा है। पानी को रोकने के लिए मिट्टी की अस्थायी दीवारें बनाई जा रही है। जानकारी के अनुसार बाढ़ के कारण अब तक चीन को 8 अरब डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान हो चुका है। चीन के तमाम शहरों के कई बड़े पर्यटक स्थल भी इस बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं। 

जून से हो रही बरसात 

इस साल जून माह से ही चीन में बरसात हो रही है जो अभी भी जारी है। अधिक बरसात की वजह से चीन की सबसे लंबी नदी यांग्त्से में बाढ़ आ गई। साल 1961 के बाद से चीन बरसात का रिकार्ड रख रहा है। इस रिकार्ड के अनुसार 1961 के बाद से अब तक ऐसी बरसात पहले रिकार्ड नहीं की गई थी। न ही उनके रिकार्ड में इस तरह की बरसात पहले कभी दर्ज की गई है। बरसात से अब तक यहां 140 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता है। 

पहले कोरोना अब बाढ़ 

कोरोना महामारी के कारण चीन की अर्थव्यवस्था पहले ही बर्बाद हुई पड़ी है। अब चीन का बाढ़ से उबरना एक अलग चुनौती बन गया है। 6 दशकों में आई इस बड़ी बाढ़ की वजह से चीन के कुछ प्रमुख शहरों के हालात बहुत अधिक खराब हैं। 

वुहान में बाढ़ 

यांग्त्से नदी हुबेई प्रांत से भी गुजरती है। वुहान इसी प्रांत की राजधानी है। वुहान से कोरोना महामारी की शुरुआत भी हुई थी। रिपोर्टों के अनुसार बाढ़ का सबसे बुरा असर हुबेई प्रांत पर पड़ा है। यहां करोड़ों रूपये का नुकसान हो चुका है। 

चीन में आई बाढ़ से अरबों का नुकसान 

अब तक बाढ़ के कारण चीन को आठ अरब डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान हो चुका है। कोरोना की वजह से यहां की सबसे बड़ी मीट मार्केट पहले ही बंद हो चुकी है, इसके अलावा कई बड़े पर्यटक स्थल भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। 

यांग्त्से सबसे लंबी नदी 

यांग्त्से ना केवल चीन की बल्कि एशिया की सबसे लंबी नदी है। यांग्त्से के अलावा चीन की पीली नदी, झुंजियांग और ताइहु झील में भी पानी खतरे के निशान के ऊपर है। ये नदियां जिन-जिन इलाकों के आसपास से गुजर रही है वहां हर तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है।

नया रिकॉर्ड, 33 नदियां अपने सबसे ऊंचे स्तर पर 

भीषण बारिश के बाद चीन में 33 नदियां अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। उधर मौसम विभाग के अनुसार अभी फिलहाल इसे पूरे सप्ताह बरसात के रुकने के कोई आसार नहीं हैं। ऐसे में ये अनुमान लगाया जा सकता है कि अभी यहां बाढ़ से और कितना नुकसान होगा। 

433 नदियां और झीलें रेड लाइन से ऊपर 

चीन के जल विभाग का कहना है कि देश में 433 नदियां और बड़ी झीलें हैं, फिलहाल इन सभी में जलस्तर रेड लाइन (चेतावनी स्तर) से ऊपर पहुंच चुका है। जून की शुरुआत से ही चीन में लगातार तेज बरसात हो रही है। अभी इस सप्ताह भी इसके रूकने के कोई आसार नहीं है। 

लापता हैं लोग 

चीन के आपात मंत्रालय के अनुसार अब तक 141 लोग या तो लापता हैं या उनकी जान जा चुकी है। इसके अलावा बाढ़ के कारण करीब 28,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। जो लोग लापता है उनकी तलाश की जा रही है मगर कुछ पता नहीं चल पा रहा है। 

 

कई हिस्सों में रेड अलर्ट जारी 

चीन के कई हिस्से बाढ़ का सामना कर रहे हैं। सबसे बुरा हाल यांग्त्से नदी और ताई झील का है। यांग्त्से घाटी के आसपास रेड अलर्ट घोषित किया गया है, जिससे लोग एलर्ट हो जाए। बाढ़ से बचने के लिए खुद ही कुछ कदम उठा लें या फिर सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं।