चीन ने की ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने की मांग, तेहरान का दौरा करेंगे जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है। हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने चीन का दौरा किया था। शी जिनपिंग जल्द ही तेहरान का दौरा करेंगे। (फाइल फोटो)
By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Thu, 16 Feb 2023 04:07 PM (IST)
बीजिंग, एजेंसी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके ईरानी समकक्ष इब्राहिम रायसी ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है। बता दें कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय समझौते के एक अभिन्न अंग के रूप में प्रतिबंध लगाया गया था।
बीजिंग दौरे पर इब्राहिम रायसी
गौतलब है कि इब्राहिम रायसी चीन की तीन दिवसीय यात्रा पर बीजिंग पहुंचे थे। यात्रा के अंतिम दिन दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा कि शी ने ईरान की यात्रा के लिए रायसी के निमंत्रण को भी स्वीकार किया है और वह अपनी सुविधानुसार ऐसा करेंगे।
ईरान परमाणु समझौते को लागू करने का आह्वान
दोनों नेताओं ने 2015 के ईरान परमाणु समझौते को लागू करने का आह्वान किया। इसे संयुक्त व्यापक कार्य योजना यानी ज्वाइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन के रूप में जाना जाता है। इसके तहत ईरान आर्थिक प्रतिबंधों से राहत के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई देशों के साथ सहमत हुआ था।साल 2018 में ट्रंप ने तोड़ दिया था समझौता
साल 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समझौते से अमेरिका को हटा लिया था और ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों को फिर से लागू करने का आदेश दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने साल 2021 में कहा था कि अगर ईरान शर्तों का पालन करता है, तो अमेरिका समझौते पर वापस आ जाएगा। मगर, यह वार्ता ठप हो गई।
ईरान को आर्थिक लाभ पहुंचाना था समझौते का हिस्सा
शी और रायसी ने कहा, "पूर्ण और प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रासंगिक प्रतिबंधों को सत्यापन योग्य तरीके से पूरी तरह से हटा लिया जाना चाहिए।" चीन और ईरान ने इस बात पर जोर दिया कि प्रतिबंध हटाना और ईरान को आर्थिक लाभ सुनिश्चित करना समझौता का अहम हिस्सा था।वार्ता में रचनात्मक भूमिका निभाने को हैं तैयार- चीन
मंगलवार को शी ने रायसी से कहा कि चीन अपने अधिकारों और हितों की रक्षा में ईरान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करता है। साथ ही समझौते को लागू करने के लिए बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए वार्ता में "रचनात्मक रूप से भाग लेगा।"