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China: चीन ने अंटार्कटिक में पांचवें केंद्र का निर्माण किया तेज, 40वीं विज्ञानी अभियान टीम भी रवाना

चीन ने बर्फीले और संसाधन-संपन्न दक्षिणी महाद्वीप में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। टीम अभियान के दौरान रोस सागर के तटीय क्षेत्रों में नया वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र स्थापित करेगी। यह अंटार्कटिका में चीन का पांचवां अनुसंधान केंद्र होगा। नए केंद्र में तकरीबन 5244 स्क्वायर मीटर जगह होगी।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 12:19 AM (IST)
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चीन ने अंटार्कटिक में पांचवें केंद्र का निर्माण किया तेज (फाइल फोटो)
पीटीआई, बीजिंग। चीन ने बर्फीले और संसाधन-संपन्न दक्षिणी महाद्वीप में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। अंटार्कटिक में अपना पांचवां अनुसंधान केंद्र बनाने के लिए चीन ने 450 से अधिक कर्मियों से युक्त एक नया विज्ञानी अभियान दल भेजा है।

चीन की 40वीं अंटार्कटिक विज्ञानी अभियान टीम बुधवार को पांच माह से अधिक समय तक चलने वाले अभियान के लिए रवाना हो गई। अंटार्कटिक में भारत भी तीन स्थायी अनुसंधान केंद्र स्थापित कर चुका है।

पांचवें केंद्र की खासियत

सरकार द्वारा संचालित शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया कि टीम अभियान के दौरान रोस सागर के तटीय क्षेत्रों में नया वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र स्थापित करेगी। यह अंटार्कटिका में चीन का पांचवां अनुसंधान केंद्र होगा। नए केंद्र में तकरीबन 5,244 स्क्वायर मीटर जगह होगी। इसमें गर्मियों में अभियाल दल के 80 और सर्दियों में 30 सदस्य रह सकेंगे। यह केंद्र अंटार्कटिका के वायुमंडलीय और समुद्री पर्यावरण के साथ ही वहां की जैविक और पारिस्थितिकी स्थितियों की निगरानी और अध्ययन करेगा।

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मीडिया रिपो‌र्ट्स के अनुसार, वर्तमान में अंटार्कटिका महाद्वीप में 70 स्थायी अनुसंधान केंद्र हैं। ये पृथ्वी पर प्रत्येक महाद्वीप के 29 देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां अमेरिका के छह और आस्ट्रेलिया के तीन केंद्र हैं।

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