China में फैले कोरोना संक्रमण के बीच जानकारी की कमी ने बढ़ाई विश्व की चिंता, जानें कैसे हैं हालात
China Coronavirus कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चीन पर पर्याप्त और पारदर्शी कोविड डाटा प्रदान करने में विफल रहने के भी आरोप लग रहे हैं। कोरोना को लेक जानकारी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी मदद से नए वेरिएंट के उभरने की संभावना को कम किया जा सकता है।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 29 Dec 2022 12:24 PM (IST)
बीजिंग, एजेंसी। Lack of Information on China COVID Outbreak: चीन (China) से आने वाले यात्रियों के लिए अमेरिका, जापान और अन्य देशों ने कोविड-19 जांच को अनिवार्य कर दिया है। इस तरह के कदम ये दर्शाते हैं कि दुनिया चीन में फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर किस कदर चिंतित है। चीन पर पर्याप्त और पारदर्शी कोविड डाटा प्रदान करने में विफल रहने के भी आरोप लग रहे हैं। ये भी कहा जा रहा है कि संक्रमण की निगरानी के लिए ये महत्वपूर्ण था और साथ ही नए वेरिएंट के उभरने की संभावना को कम कर रहा था।
कोविड निगेटिव रिपोर्ट जरूरी
अमेरिका ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 की जांच अनिवार्य कर दी है। बुधवार को एक बयान में कहा गया कि 5 जनवरी, 2023 को दोपहर 12 बजे से चीन, हांगकांग और मकाऊ से आने वाले यात्रियों को देश में प्रवेश करने से पहले कोविड निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी। अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे देश के माध्यम से उड़ान भरने वाले लोगों और अमेरिका के माध्यम से अन्य गंतव्यों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट लेने वाले यात्रियों के लिए भी यही व्यवस्था अनिवार्य की है।
उठाए जा रहे कदम
जापान ने 30 दिसंबर से चीन से यात्रा करने वाले व्यक्तियों को कोविड-19 के लिए परीक्षण अनिवार्य कर दिया है। इटली ने कहा कि वो चीन से आने वाले सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य कोविड परीक्षण लागू कर रहा है। भारतीय अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड के यात्रियों को कोविड-19 परीक्षण की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।जरूरी है जानकारी
अभी तक नए वेरिएंट की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। लेकिन देश के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात को लेकर चिंता है कि कोरोना का नया स्ट्रेन विकसित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने हाल ही में वायरस को लेकर एक बार फिर आगाह किया था। उन्होंने चीन से आह्वान किया था कि वो विश्व स्वास्थ्य निकाय द्वारा अनुरोधित डेटा को साझा करे ताकि कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति को बेहतर ढंग से समझा जा सके। उन्होंने ये भी कहा था कि जमीनी स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए डब्ल्यूएचओ को रोग की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती मरीजों के बारे में अधिक विस्तृत जानकारी की आवश्यकता है।
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