Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

China: कोविड नीति का बचाव करते हुए शी जिनपिंग बोले- Covid 19 के खिलाफ तर्कसंगत और सोच समझ कर लिया गया फैसला

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी कोविड नीति का बचाव करते हुए इसे तर्कसंगत और सोच समझ कर लिया गया फैसला बताया है। नए साल के अवसर पर अपने सार्वजनिक संबोधन के दौरान उन्होंने शून्य-कोविड नीति को अचानक रद करने के मामले को लेकर कुछ नहीं कहा।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Sat, 07 Jan 2023 03:46 AM (IST)
Hero Image
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की फाइल फोटो।

बीजिंग, एजेंसी। चीन मे कोविड का कोहराम मचा हुआ है। आलम यह है कि लोगों को अस्पताल में बिस्तर तक नसीब नहीं हो रहे हैं। इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी 'कोविड नीति' का बचाव करते हुए इसे तर्कसंगत और सोच समझ कर लिया गया फैसला बताया है। गौरतलब है कि नए साल के अवसर पर अपने सार्वजनिक संबोधन के दौरान उन्होंने शून्य-कोविड नीति को अचानक रद करने के मामले को लेकर कुछ नहीं कहा। बता दें कि चीन में शून्य-कोविड नीति को रद किए जाने के बाद कोरोना के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई थी। 

शी जिनपिंग ने आगे कहा, 'उनकी सरकार ने कोविड के खिलाफ विज्ञान-आधारित दृष्टिकोण अपनाया। कोविड महामारी से लोगों के जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए गए।' उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अधिकारियों और आम जनता, विशेष रूप से चिकित्सा पेशेवरों और सामुदायिक कार्यकर्ताओं ने बहादुरी से अपना कार्य किया। उन्होंने आगे कहा कि हमने असाधारण प्रयासों से अभूतपूर्व कठिनाइयों और चुनौतियों पर जीत हासिल की है और यह किसी के लिए भी आसान यात्रा नहीं रही है।

कोविड की वजह से हुई मौतों पर शी जिनपिंग ने साध ली चुप्पी

गौरतलब है कि अपने भाषण में शी जिनपिंग ने इस बात पर चुप्पी साध ली की कैसे पिछले कुछ हफ्तों में देश के अंदर लोगों में कोविड की वजह से लगे सख्त लॅाकडाउन के खिलाफ आक्रोश था, जिसकी वजह से सरकार को कोविड नीति में बदलाव करने पड़े। बता दें कि चीन में बड़े पैमाने पर परीक्षण, लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों सहित कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए एक कठोर नीति का पालन किया गया। शी जिनपिंग ने चीन में आए भूकंप, बाढ़, सूखा और जंगल में लगी आग जैसी घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया लेकिन उन्होंने कोविड की वजह से हुई मौतों पर पूरी तरह से चुप्पी साध ली। 

शी जिनपिंग ने ताइवान को बताया चीन का हिस्सा

अपने संबोधन में शी जिनपिंग ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं पार्टी कांग्रेस के तुरंत बाद कुछ चीनी प्रांतों के अपने दौरे को याद किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति ने अपनी कोविड नीति के खिलाफ लोगों के गुस्से की परवाह नहीं की। अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने 'संचार और परामर्श के माध्यम से आम सहमति' बनाने के महत्व पर जोर दिया। अपने भाषण में चीन के युवाओं को संबोधित करते हुए शी जिनपिंग ने कहा, 'एक राष्ट्र तभी समृद्ध होगा जब उसके युवा फले-फूले और देश की जिम्मेदारी ले।' शी जिनपिंग ने अपने संबोधन में ताइवान का जिक्र करते हुए कहा कि चीन, ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है।

उन्होंने कहा,'ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों के लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि जलडमरूमध्य के दोनों किनारों पर हमारे हमवतन संयुक्त रूप से चीनियों की स्थायी समृद्धि को बढ़ावा देने के उद्देश्य की एकता के साथ काम करेंगे।' बता दें कि ताइवान पर कब्जा हासिल करने के लिए चीन लगातार कोशिश कर रहा है। हालांकि, अमेरिका सहित कई देश चीन के इस कदम की निंदा करते आए हैं।

यह भी पढ़ें: China Covid Protest: प्रदर्शनकारियों की निगरानी कर रही चीन सरकार, खंगाले जा रहे कॉल रिकॉर्ड