China Earthquake: पहले भूकंप और अब भीषण ठंड, प्रभावितों के लिए बन रही अस्थायी आवास इकाइयां; अबतक 135 की गई जान
उत्तर पश्चिम चीन में आए भूकंप की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। ऐसे में भूकंप प्रभावित लोगों के लिए सैकड़ों अस्थायी एक कमरे वाली आवास इकाइयां स्थापित की गईं। रिपोर्ट के मुताबिक गांसू प्रांत के एक गांव मेइपो में एक खुले मैदान में सफेद बॉक्स नुमा आवास इकाइयों क्रमबद्ध तरीके से एक जगह पर स्थापित करने का वीडियो सामने आया। अबतक 260 आवास इकाइयों का निर्माण हो चुका है।
एपी, बीजिंग। उत्तर पश्चिम चीन में आए भूकंप की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। ऐसे में भूकंप प्रभावित लोगों के लिए गुरुवार को सैकड़ों अस्थायी एक कमरे वाली आवास इकाइयां स्थापित की गईं।
उत्तर पश्चिम चीन में तबाही का मंजर
उत्तर पश्चिम चीन में सोमवार की रात आए भूकंप ने कई मकानों को लील लिया। भूकंप की वजह से कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई, जबकि 14,000 से अधिक घर नष्ट हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकतर हताहत गांसू प्रांत के बताए जा रहे हैं।
अभी भी लापता हैं कई लोग
रिपोर्ट में कहा गया कि जांच दल इलाके में 12 लोगों की तलाश कर रहा है, जहां पर भूस्खलन की वजह से दो गांव जमींदोज हो गए। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मरने वालों में गांसू प्रांत के 113 और किंघाई प्रांत 22 लोग शामिल हैं, जबकि हजार लोग घायल हो गए।
तेजी से चल रहा निर्माण कार्य
रिपोर्ट के मुताबिक, गांसू प्रांत के एक गांव मेइपो में एक खुले मैदान में सफेद बॉक्स नुमा आवास इकाइयों क्रमबद्ध तरीके से एक जगह पर स्थापित करने का वीडियो सामने आया। अबतक 260 आवास इकाइयों का निर्माण हो चुका है, जबकि शुक्रवार सुबह तक गांव में नौ स्थलों पर कुल 500 आवास इकाइयां स्थापित होने की संभावना है। प्रीफैब इकाइयों को देख ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बेघर हुए 87,000 से अधिक लोगों में से कई लोग फिर से बस सकेंगे।
प्रांत के अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि भूकंप से प्रभावित 87,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित शिविरों में ले जाया गया है। तापमान शून्य के नीचे गिरने की वजह से कई लोगों को क्षेत्र में स्थापित आश्रय स्थलों में रात गुजरनी पड़ी।
कितनी तीव्रता का आया भूंकप?
चीन की राजधानी बीजिंग से लगभग 1,300 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दोनों प्रांतों के बीच सीमा के गांसू की ओर एक पहाड़ी क्षेत्र में 6.2 तीव्रता का सोमवार को भूकंप आया जिसमें कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई, जबकि हजार लोग घायल हो गए।