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China-Taiwan Conflict: US के खिलाफ बौखलाया चीन, ताइवान को हथियार बेचने वाली अमेरिकी कंपनी पर लगाया प्रतिबंध

चीन ने एक बार फिर अमेरिका की दो कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। चीन ने इससे पहले भी दो बार 2019 और 2020 में लॉकहीड और रेथियॉन के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे। हालांकि यह प्रतिबंध क्यों लगाए गए थे इसका खुलासा नहीं हुआ था।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalPublished: Fri, 17 Feb 2023 03:57 PM (IST)Updated: Fri, 17 Feb 2023 03:57 PM (IST)
China-Taiwan Conflict: US के खिलाफ बौखलाया चीन (फोटो ग्राफिक्स जागरण)

बीजिंग, एजेंसी। चीन ने ताइवान को हथियारों की ब्रिकी करने वाली दो अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन टेक्नोलॉजीज पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही चीन ने इन दोनों कंपनियों को अविश्वसनीय संस्थाओं (गैर भरोसेमंद) की सूची में डाल दिया है।

लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कॉर्प पर लगाया प्रतिबंध

यह प्रतिबंध लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कॉर्प पर चीन में आयात और निर्यात गतिविधियों में शामिल होने से भी रोकता है। अमेरिकी सेना द्वारा एक चीनी जासूसी गुब्बाीरे को मार गिराए जाने के बाद चीन ने चेतावनी भरा कदम उठाते हुए यह कार्रवाई की है। चीन के अनुसार, यह दोनों कंपनी उनकी राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों को खतरे में डाल सकती हैं।

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने जारी किया बयान

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कॉर्प की सहायक कंपनी रेथियॉन मिसाइल एंड डिफेंस कॉर्प को चीन से संबंधित आयात और निर्यात करने पर भी रोक लगा दी गई है। कंपनियों को चीन में और निवेश करने से भी प्रति‍बंधित कर दिया गया है। चीन ने कंपनियों के मैनेजमेंट और अधिकारियों को प्रवेश करने पर रोक लगा दी है और कर्मचारी के यहां रहने वाले परमिट को रद्द कर दिया है।

जुर्माना लगाने पर भी फैसला लेगा चीन

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि हम जुर्माने की कार्रवाई भी करेंगे, जो ताइवान को उनकी हथियारों की बिक्री की अनुबंधित राशि से दोगुना है। जिसका भुगतान 15 दिन के अंदर करना रहेगा। हलांकि, चीन ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया कि वो इस तरह के जुर्माने को कैसे लागू करेगा।

व्हाइट हाउस ने कहा- ये कार्रवाई अनावश्यक

इधर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ये कार्रवाई अनावश्यक हैं। हम इस कार्रवाई को संकेतात्मरक रुप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कंपनी चीन को रक्षा उत्पाद नहीं बेचती है। इस मामले में रेथियॉन ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। रेथियॉन टेक्नोलॉजीज चीन के वाणिज्यिक विमानन उद्योग को अपने प्रैट एंड व्हिटनी विमान इंजन, लैंडिंग गियर व नियंत्रण बेचती है।

लॉकहीड ने मामले पर दी प्रतिक्रिया

70 से अधिक देशों को निर्यात करने वाली लॉकहीड ने इस मामले में बयान जारी कर कहा कि विदेशी सैन्य बिक्री सरकार से सरकार के बीच लेनदेन है। हम सैन्य बिक्री पर अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम करते हैं और उनके नियम अनुसार अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों को सामान बेचते हैं। लॉकहीड मार्टिन ने कहा कि कंपनी विदेशी सरकारों के साथ व्याीपार करते समय संयुक्त राज्य सरकार के नियमों का पालन करती है। बता दें कि लॉकहीड F-22 रैप्टर फाइटर जेट बनाता है। जिसने रेथियॉन द्वारा निर्मित AIM-9X सिडविंदर मिसाइल का उपयोग करके दक्षिण कैरोलिना के तट पर एक कथित चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के लिए उड़ान भरी थी।

पहले भी लगा चुका है प्रतिबंध

चीन ने इससे पहले भी दो बार 2019 और 2020 में लॉकहीड और रेथियॉन के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे। हालांकि, यह प्रतिबंध क्यों लगाए गए थे और कैसे इसे लागू किया गया, इसका खुलासा नहीं हुआ था। बता दें कि अमेरिका, चीन को हथियार नहीं बेचता है। हालांकि, यूएसए (संयुक्त राज्य अमेरिका) 1979 के ताइवान संबंध अधिनियम द्वारा ताइवान को अपनी रक्षा के साधन प्रदान करने के लिए बाध्य है।

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