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China: अमेरिका-ताइवान डील से ड्रैगन को लगी मिर्ची, विरोध जताने के लिए द्वीप की ओर भेजे कई लड़ाकू जहाज और विमान

संयुक्त राज्य अमेरिका ने ताइवान को 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है जिसके बाद चीन काफी बौखलाया हुआ है। उसने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह डील को वापस ले। साथ ही ताइवान पर अपना जोर दिखाने के लिए चीन ने द्वीप की ओर अपने दर्जनों विमान और जहाज भेजे हैं। हालांकि चीन की प्रतिक्रिया पर ताइवान ने भी जवाब दिया है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 26 Aug 2023 11:45 AM (IST)
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अमेरिका-ताइवान डील से ड्रैगन को लगी मिर्ची,
बीजिंग, एपी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाल ही में ताइवान को 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है। इस डील से चीन को काफी मिर्ची लगी है, यानी कह सकते है कि चीन काफी बौखलाया हुआ है।

इसके कुछ ही दिनों बाद चीन ने विरोध जताते हुए अपने दर्जनों विमान और जहाज द्वीप की ओर भेजा। ताइवान रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी है।

ताइवान के रक्षा क्षेत्र का उल्लंघन

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार सुबह 6 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे के बीच 24 घंटों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 32 विमानों और नौसेना के नौ जहाजों का पता लगाया गया। इनमें से 20 विमानों ने या तो ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर लिया या ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र का उल्लंघन किया। रक्षा सेना ने कहा कि जवाब में ताइवान ने अपने विमान, जहाजों और मिसाइल प्रणालियों को काम सौंपा।

द्वीप के चारों ओर बढ़ाया सैन्य अभ्यास

चीन स्वशासित ताइवान को एक विद्रोही प्रांत के रूप में देखता है, जिसे जरूरत पड़ने पर बलपूर्वक अपने कब्जे में ले लिया जाएगा। पिछले वर्ष, बीजिंग ने ताइवान की राजनीतिक गतिविधियों की प्रतिक्रिया में द्वीप के चारों ओर सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है। ताइवान के उपराष्ट्रपति के पराग्वे की आधिकारिक यात्रा के दौरान अमेरिका में रुकने के बाद चीनी सेना ने पिछले हफ्ते ताइवान के आसपास कड़ी चेतावनी के रूप में सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया था।

चीन ने अमेरिका-ताइवान डील पर जताया विरोध

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग जियाओगांग ने शुक्रवार को कहा कि चीन ने हथियारों की बिक्री का विरोध किया है। मंत्रालय ने इसे चीन के आंतरिक मामलों में  हस्तक्षेप बताया और इसे जघन्य कृत्य बताया है, जो उसके "एक चीन" सिद्धांत के साथ-साथ तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का उल्लंघन करता है।

झांग ने यह भी कहा कि चीन ने अमेरिका से ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने का भी आग्रह किया है। इसके साथ ही, ताइवान को हथियार देना तुरंत बंद करने और यूएस-ताइवान सैन्य संबंधों को बढ़ाने से रोकने का आग्रह किया है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि ताइवान को साल 2024 तक नई डील के तहत स्पेयर पार्ट्स, सॉफ्टवेयर, एयरक्राफ्ट्स और गोला बारूद की खेप मुहैया कराए जाएंगे।