China: कोरोना के बाद चीन में छंटनी का दौर, COVID टेस्ट किट निर्माता कंपनी Zybio के कर्मचारियों ने किया विरोध
China Coronavirus Update चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच छंटनी का दौर शुरू हो गया है। चोंगकिंग में कोविड परीक्षण किट बनाने वाली कंपनी जाइबियो ने हजारों श्रमिकों को काम से निकाल दिया। इस अचानक हुई छंटनी के विरुद्ध श्रमिकों ने विरोध-प्रदर्शन किए।
बीजिंग (एएनआई)। China Coronavirus Update चीन में कोरोना से हाहाकार के बाद अर्थव्यवस्था की सुस्त गति की खबरों के बीच अब वहां से श्रमिकों की छंटनी के समाचार भी मिलने लगे हैं। इसी कड़ी में दक्षिण-पश्चिम चीन के चोंगकिंग में कोविड परीक्षण किट बनाने वाली कंपनी जाइबियो ने हजारों श्रमिकों को काम से निकाल दिया। इस अचानक हुई छंटनी के विरुद्ध श्रमिकों ने विरोध-प्रदर्शन किए। यह जानकारी बुल्गारिया की वित्तीय ब्लॉग साइट जीरो हेज ने दी ।
कर्मचारियों ने जताया गुस्सा, कार्यालय में की तोड़फोड़
इस घटना से संबंधित ऑनलाइन वीडियो में श्रमिकों को COVID परीक्षण किट के बक्से तोड़ते हुए, कंपनी के कार्यालयों में तोड़फोड़ करते हुए और पुलिस से भिड़ते हुए देखा गया है। प्रदर्शनकारियों ने दूर भाग रहे पुलिस अधिकारियों पर पानी की बोतलें और प्लास्टिक के बक्से फेंके।
छंटनी का कर्मचारियों ने किया विरोध
जीरो हेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, श्रमिकों ने साक्षात्कार के दौरान द एपोक टाइम्स को बताया कि कंपनी द्वारा अचानक करीब 8,000 कर्मचारियों की छंटनी किए जाने के बाद वहां उपद्रव शुरू हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारियों को बताया गया कि वे चीनी नववर्ष के लिए दो सप्ताह पहले ही घर जा सकते हैं। निकाले गए ज्यादातर कर्मचारियों को चीन की शून्य-कोविड नीतियों से सृजित परीक्षणों की अत्यावश्यक मांग पूरी करने के लिए काम पर रखा गया था। चीनी सरकार द्वारा अपनी शून्य-कोविड नीति खत्म करने और अनिवार्य परीक्षण समाप्त करने के बाद इस दवा निर्माता के कारोबार को काफी नुकसान पहुंचा। ज़ीबियो के एक कर्मचारी ने पुष्टि की कि कंपनी द्वारा अचानक छंटनी करने से विरोध-प्रदर्शन शुरू हुए।
पांच में से एक चीनी बेरोजगार
चीन के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में चीन में 16 से 24 वर्ष की आयु के लगभग 2 करोड़ लोग बेरोजगार हैं। इन आंकड़ों में ग्रामीण बेरोजगारी शामिल नहीं है। चीन में बेरोजगारी की दर में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। इस समय देश में काम करने के लायक लगभग पांच में से एक व्यक्ति बेरोजगार है।