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Covid-19: चीन पर टूटा कोरोना का कहर, लड़कियां टाल रही हैं शादी का प्‍लान, देश में कम पैदा हो रहे बच्‍चे

Covid-19 चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच देश के स्‍वास्‍थ्‍य आयोग ने जानकारी दी कि महामारी की वजह से देश में लड़कियां अब अपनी शादी या मां बनने के प्‍लान को टालती जा रही हैं लोगों में परिवार बढ़ाने की इच्‍छा भी कम हुई है।

By Arijita SenEdited By: Updated: Tue, 23 Aug 2022 09:49 AM (IST)
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चीन को अपने देश में गिरते जन्‍म दर की चिंता सता रही है
हांगकांग, एजेंसी। चीन (China) में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के बढ़ते मामलों ने चीनी सरकार को परेशान कर रख दिया है क्‍योंकि इस महामारी के प्रकोप से शादियों और जन्‍म दर (Birth rate) में गिरावट दर्ज की गई है।

चीन के स्‍वास्‍थ्‍य आयोग (National Health Commission) ने कहा है कि कोविड-19 की वजह से शादियां कम हो रही हैं और बच्‍चे भी कम पैदा हो रहे हैं यानि कि जन्‍म दर में गिरावट आई है। इसके लिए शिक्षा का महंगा होना और बच्‍चों के पालन-पोषण में खर्च अधिक आना भी जिम्‍मेदार है।

आयोग ने कहा कि आलम ये है कि देश में लड़कियां अब अपनी शादी या मां बनने के प्‍लान को टालती जा रही हैं। दरअसल, बीते कुछ सालों से देश में तेजी से हुए आर्थि‍क और सामाजिक विकास से काफी कुछ बदल गया है। देश के युवाओं में शहरी इलाकों में जाकर बसने का रुझान बढ़ा है, ये ज्‍यादा से ज्‍यादा अपना वक्‍त पढ़ाई में दे रहे हैं और काम के क्षेत्र में दबाव का होना भी एक अहम पहलू है।

चीन पर जीरो कोविड नीति पड़ रही भारी

जनसांख्यिकीविदों ने यह भी कहा है कि चीन में कोरोना के रोकथाम के लिए अपनाई जा रही जीरो कोविड नीति (Zero Covid Policy) भी कम शादी या बच्‍चे कम पैदा होने के लिए जिम्‍मेदार है क्‍योंकि इसके तहत लोगों के जीवन यापन के तरीकों पर नियंत्रण सख्‍ती से लागू किए गए हैं।

ऐसे में कहीं न कहीं बच्‍चे पैदा करने की इनकी ख्‍वाहिश भी कहीं न कहीं प्रभावित हो रही हैं। इसकी वजह से लोग शादी करने या शादी के बाद अपना परिवार बढ़ाने की बात पर गहराई से सोच रहे हैं।

जन्‍म दर में रिकॉर्ड गिरावट

जनसांख्यिकीविदों (Demographers ) का कहना है कि चीन में इस साल जन्‍म दर में रिकॉर्ड स्‍तर पर गिरावट दर्ज की जाएगी। चीन में पिछले साल 10.6 मिलियन शिशुओं ने जन्‍म लिया था, जबकि इस साल इससे भी कम 10 मिलियन बच्‍चों के पैदा होने का अनुमान लगाया गया है। यह आंकड़ा साल 2020 के मुकाबले 11.5 फीसदी कम है।

चीन में 2021 में प्रजनन दर 1.16 थी जो दुनिया में सबसे कम दरों में से है। यह एक स्थिर आबादी के लिए ओईसीडी के 2.1 मानक से काफी नीचे है। यानि कि देश की आबादी को स्थिर रखने के लिए प्रजनन दर (Fertility Rate) का 2.1 होना जरूरी है।

चीन में अब तीन बच्‍चे की नीति लागू

चीन में 1980 से 2015 तक एक बच्‍चे की नीति लागू की गई थी बढ़ती आबादी को रोकने के लिए साल 1980 से 2015 तक चीन में वन चाइल्ड पॉलिसी (One Child Policy) लागू थी।

इस नीति के तहत सरकार ने बड़े पैमाने पर गर्भपात (Abortion) और नसबंदी (Sterilization) के लिए लोगों को मजबूर किया। लेकिन देश की आबादी में गिरावट को देखते हुए चीन ने 2016 में इस नीति को खत्म कर दिया और इसके बदले टू चाइल्ड पॉलिसी (Two Child Policy) लागू किया। इससे भी अधिक बात नहीं बनी।

देश में तेजी से कम होते जन्‍म दर से जनसांख्यिकी खतरे का संकट आन पड़ी। ऐसे में चीन पिछले साल से तीन बच्‍चे पैदा करने के लिए लोगों को प्रोत्‍साहित कर रहा है। इसके लिए मैटरनिटी लीव (Maternity Leave) की समयावधि बढ़ाने, गर्भावस्था व प्रसव के दौरान आने वाले खर्च में सब्सिडी देने, करों में छूट देने सहित कई उपायों का ऐलान किया गया है।