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चीन ने तालिबान की तारीफ में पढ़े कसीदे, कहा- उम्‍मीद है अपने वादे पर खरा उतरेगी नई सरकार

अफगानिस्‍तान में तालिबान के कब्‍जे के बाद पाकिस्‍तान और चीन बेहद खुश नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि दोनों सरकारों ने तालिबान की तारिफ में कसीदे पढ़ना शुरू कर दिया है। चीन ने गुरुवार को कहा कि वह तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 20 Aug 2021 01:26 AM (IST)
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चीन ने गुरुवार को कहा कि वह तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है।
बीजिंग, पीटीआइ। अफगानिस्‍तान में तालिबान के कब्‍जे के बाद पाकिस्‍तान और चीन बेहद खुश नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि दोनों सरकारों ने तालिबान की तारिफ में कसीदे पढ़ना शुरू कर दिया है। चीन ने गुरुवार को कहा कि वह तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है। तालिबान अधिक स्पष्ट और तर्कसंगत लग रहा है और उम्मीद है कि वह अपने वादों को पूरा करेगा जिसमें महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा भी शामिल है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि यकीन है कि तालिबान अतीत के इतिहास को नहीं दोहराएगा।

चुनयिंग ने यह भी कहा कि तालिबान अपने पिछले शासन की तुलना में अब बेहद तर्कसंगत है। अफगानिस्‍तान में हो रहे तेजी से समाधान इस बात की तस्‍दीक करते हैं कि अफगानिस्तान में जनता की राय को सही ढंग से समझने में भूल हुई थी। विशेष रूप से कुछ पश्चिमी देशों को इससे सबक लेना चाहिए। तालिबान के नेताओं और उसके प्रवक्ता ने खुले तौर पर कहा है कि वे लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए काम करेंगे और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। साथ ही एक खुली, समावेशी इस्लामी सरकार बनाने की कोशिश करेंगे...

यह पूछे जाने पर कि क्‍या चीन की सरकार तालिबान को अफगानिस्‍तान की सरकार के तौर पर मान्‍यता देगी। हुआ ने कहा कि चीन ने अफगानिस्तान में बड़े बदलाव के बाद अफगान तालिबान के साथ संचार और संपर्क बनाए रखा है। अभी एक दिन पहले ही चीन ने कहा था कि वह देश में सरकार के गठन के बाद ही अफगानिस्तान में तालिबान को राजनयिक मान्यता देने का फैसला करेगा। चीन ने बीते दिनों भी उम्मीद जताई थी कि तालिबान एक खुला, समावेशी और व्यापक रूप से प्रतिनिधित्‍व प्रदान करेगा।