Move to Jagran APP

China Taiwan Conflict: ताइवान पर दबाव के लिए साइक्‍लोजिकल वारफेयर का इस्‍तेमाल कर रहा चीन- नैंसी

चीन अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे से भड़का हुआ है। यही वजह है कि अब वो अपने प्‍लान पर तेजी से काम कर रहा है। चीन ताइवान पर कब्‍जा करने के लिए उस पर हमला करने से पहले दूसरे तरीके अपना रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 04 Aug 2022 09:32 AM (IST)
Hero Image
नैंसी के ताइवान दौरे से भड़का हुआ है चीन
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान से चली तो गई हैं, लेकिन उन्होंने जो चोट वहां जाकर ड्रैगन को पहुंचाई है, उसका दर्द वो सहन नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि उसने अपने खौफनाक प्लान को अंजाम देने की तरफ कदम बढ़ा दिया है। ऐसा करके वो न सिर्फ ताइवान को सबक सिखाना चाहता है बल्कि अमेरिका को भी कड़ा जवाब देना चाहता है। नैंसी के दौरे के बाद चीन ने जो भी कदम उठाए हैं उसको पेलोसी ने साइक्‍लोजिकल वारफेयर का नाम दिया है। उनका कहना है कि चीन ताइवान पर अपनी ताकत का दबाव बनाना चाहता है जिससे वो डर जाए और खुद ही उसकी शरण में आ जाए।

नैंसी ने यहां तक कहा है कि किसी भी देश का नेता को ताइवान आने का हक है। चीन इसको रोक नहीं सकता है। उनका ये बयान इसलिए भी बेहद खास है क्‍योंकि इसी वर्ष के अंत में ब्रिट‍िश हाउस आफ कामन के सदस्‍य यहां पर आ सकते हैं। नैंसी ने ताइवान दौरे पर कहा था कि अमेरिका अपने कथन से पीछे नहीं हटा है। ताइवान को अमेरिका का पूरा समर्थन मिलता रहेगा। उनके बयान पर ताइवान की राष्‍ट्रपति ने उनका धन्‍यवाद अदा करते हुए कहा था‍ कि चीन ताइवान को अलग-थलग रखने की कोशिश कर रहा है जो कि संभव नहीं है। 

नैंसी के ताइवान दौरे को अमेरिका अपनी एक बड़ी जीत की तरह देख रहा है। वहीं चीन के लिए ये एक न भरने वाला घाव है। ये तभी भरेगा जब चीन ताइवान को अपनी प्रमुख भूमि में मिला लेगा। ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि आगे क्या होगा। फिलहाल तो चीन की सभी धमकियां कोरी गीदड़भबकी ही साबित हुई हैं।

चीन ने नैंसी के ताइवान दौरे पर उसके कई सिस्‍टम को हैक किया। यहां तक की ताइवान के राष्‍ट्रपति आफिस की वेबसाइट को भी चीन ने हैक किया था। इसके अलावा नैंसी के दौरे पर चीन के हैकर्स और साइबर एक्‍सपर्ट ने मिलकर ताइवान रेलवे एडमिनिस्‍ट्रेशन समेत कुछदूसरे बड़े शापिंग माल में लगी टीवी स्‍क्रीन पर इस तरह के मैसेज चलाए जिसमें ताइवान के लोग गो नैंसी कह रहे थे। इसमें नैंसी को लेकर डिजिटल साइनबोर्ड बनाए गए थे। Taoyuan City Council के एक पूर्व सदस्‍य ने कहा कि ये चीन का काफी पुराना हथकंडा है।

फूड एक्‍सपोर्ट कंपनियों को किया बैन: चीन ने ताइवान की 100 से अधिक फूड कंपनियों को अपने यहां पर बैन कर नैंसी के ताइवान दौरे पर अपने गुस्‍से का इजहार किया। इसके अलावा चीन ने ताइवान के Pomelo Growers पर भी प्रतिबंध लगा दिया। ये बैन ऐसे समय पर लगाया गया है जब चीन में मून फेस्टिवल मनाया जाना है। उस वक्‍त इसकी काफी मांग होती है। इसके अलावा चीन ने ताइवान के fish, citrus fruits पर भी बैन लगाया है। एग्रीकल्‍चर फूड एजेंसी के मुताबिक हांगकांग और चीन में ताइवान का करीब 95 फीसद Pomelo सप्‍लाई होता है। इसके बाद कनाडा, सिंगापुर और जापान का नंबर आता है।

चीन पहले ही कह चुका है कि नैंसी के ताइवान दौरे के बाद अब वो ताइवान को अपनी मुख्‍यभूमि में मिलाने की प्रक्रिया को तेज करेगा। मौजूदा समय में जितने भी कदम चीन की तरफ से उठाए गए हैं वो इसकी तरफ ही एक कदम है। चीन मानसिक तौर पर ताइवान के लोगों और सरकार को डराकर ये जंग जीतना चाहता है।