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ताइवान और पेंटागन के संबंधों से बौखलाया चीन, बोला- जरूरत पड़ने पर ताइवान पर करेंगे नियंत्रण

चीन ने पेंटागन अधिकारी द्वारा ताइवान की यात्रा की कड़ी आलोचना की और इस बात की पुष्टि की है कि ताइवान ने पेंटागन को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति के लिए मंजूरी दी है। जबकि ताइवान का कहना है कि उसे ऐसी किसी भी यात्रा की जानकारी नहीं है।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Wed, 22 Feb 2023 04:08 PM (IST)
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ताइवान और पेंटागन के संबंधों से बौखलाया चीन, बोला- जरूरत पड़ने पर ताइवान पर करेंगे नियंत्रण
बीजिंग, एपी। चीन ने एक वरिष्ठ पेंटागन अधिकारी द्वारा ताइवान की यात्रा की कड़ी आलोचना की और इस बात की पुष्टि की कि ताइवान ने पेंटागन को लॉकहीड मार्टिन और रेथियन की एक इकाई को स्वशासित द्वीप लोकतंत्र को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति के लिए मंजूरी दी है। वहीं दूसरी ओर ताइवान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसे ऐसी किसी यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। चीन के उप सहायक रक्षा सचिव माइकल चेज़ की कथित यात्रा के बारे में चीनी प्रवक्ता झू फेंग्लियन ने कहा कि चीन, अमेरिका और ताइवान के बीच किसी भी आधिकारिक बातचीत और सैन्य सहयोग का विरोध करता है।

ताइवान को अपना हिस्सा मानता है चीन

झू ने संवाददाताओं से कहा कि ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी द्वारा विदेशी सहायता के साथ द्वीप की स्वतंत्रता को मजबूत करने के प्रयास बेकार हैं। चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है। प्रवक्‍ता का कहना है कि यदि आवश्‍यकता पड़ी तो इसे बलपूर्वक नियंत्रण में लिया जाएगा। साल 1949 में हुए गृह युद्ध में चीन और ताइवान दोनों अलग हो गए थे। इसके बाद से चीन की सत्तावादी कम्युनिस्ट पार्टी ने ताइवान पर शासन नहीं किया।पेंटागन के एक प्रवक्ता ने माइकल चेस की यात्रा पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन कहा कि ताइवान के प्रति हमारा कमिटमेंट रॉक-सॉलिड है और ताइवान स्ट्रेट और क्षेत्र के भीतर शांति व स्थिरता के रखरखाव में योगदान देता है।

अमेरिका ने चीन का जासूसी गुब्‍बारा मार गिराया था

वॉशिंगटन ने पिछले महीने बीजिंग पर एक जासूसी गुब्बारा भेजने का आरोप लगाया था, जिसे अमेरिकी पूर्वी तट पर मार गिराया गया था। इसके बाद से ही अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ गया। इस घटना के बाद राज्य के सचिव एंटनी ब्लिंकेन ने बीजिंग की यात्रा रद्द कर दी और कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका चिंतित था कि चीन यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को हथियार प्रदान करेगा।

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रूस ने किया ताइवान पर चीन का समर्थन, कहा-मास्को और बीजिंग के बीच संबंध मजबूत

दूसरी ओर चीन ने रूस की आलोचना करने से साफ इंकार कर दिया। चीन ने मास्‍को क्रेमलिन को उकसाने के लिए अमेरिका और नाटो को दोषी ठहराया है। इसके साथ ही रूस पर लगाए गए दंडात्मक प्रतिबंधों की निंदा की है। दूसरी ओर रूस ने चीन का साथ देते हुए ताइवान पर चीन का समर्थन किया। मंगलवार को मास्को की यात्रा पर पहुंचे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष राजनयिक वांग यी ने कहा कि मास्को और बीजिंग के बीच संबंध चट्टान की तरह ठोस हैं और अस्थिर अंतरराष्ट्रीय स्थिति की कसौटी पर खरे उतरेंगे।

रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए रूस और चीन के पास है सुअवसर-वांग

वांग ने कहा, रूस और चीन के पास अपने रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए करीबी सहयोग और संपर्क जारी रखने का एक शानदार अवसर है। बता दें कि पिछले स्‍प्‍ताह चीन ने लॉकहीड मार्टिन कॉर्प और रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कॉर्प की रेथियॉन मिसाइल और रक्षा के खिलाफ व्यापार और निवेश प्रतिबंध लगाए। इसके साथ ही उन्हें चीन में माल आयात करने या देश में नए निवेश करने से रोक दिया।

अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने की ताइवान की राष्ट्रपति से मुलाकात

इसी सप्ताह अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से मुलाकात की। राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि वह सुरक्षा से लेकर जलवायु परिवर्तन तक के मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की तलाश में हैं। अपने पांच दिवसीय दौरे पर सोमवार को प्रतिनिधिमंडल ने विधायक दल के प्रमुख से मुलाकात की। इनमें कैलिफोर्निया के प्रतिनिधि रो खन्ना, टेक्सास के टोनी गोंजालेस, मैसाचुसेट्स के जेक ऑचिनक्लॉस और इलिनोइस के जोनाथन जैक्सन शामिल हैं।

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