दक्षिण चीन सागर से गुजरने वाले जहाजों को न रोके चीन, US ने किया आग्रह- ड्रैगन करे अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने चीन से आग्रह किया है कि दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया जाए। वहीं उन्होंने आगे कहा कि चीन इस क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन न करे। अमेरिका ने अनुरोध किया है कि दक्षिण चीन सागर में चीन दूसरे देशों के नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप ने करे।
By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 12 Jul 2023 05:42 PM (IST)
बीजिंग, रॉयटर्स। अमेरिका ने एक बार फिर चीन पर दक्षिण चीन सागर में मनमानी करने का आरोप लगाया है। अमेरिका ने चीन से अनुरोध किया है कि दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में व्यापार सहित अन्य कार्यों के लिए गुजरने वाले जहाजों को न रोकें।
बता दें कि सात साल पहले हेग में स्थायी मध्यस्थता न्यायालय (Permanent Court of Arbitration) ने ये बताया था कि पूरे दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा निराधार है। दक्षिण चीन सागर से हर साल लगभग 3 ट्रिलियन डॉलर का समुद्री माल गुजरता है।
दूसरे देशों की स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप ने करे चीन: अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने चीन से आग्रह किया है कि दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया जाए। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि चीन इस क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन न करे।अमेरिका ने अनुरोध किया है कि दक्षिण चीन सागर में चीन, दूसरे देशों के नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप ने करे। बता दें कि चीन दक्षिण चीन सागर पर तथाकथित मध्यस्थ-निर्णय को नहीं मानता।
चीन और फिलीपिंस के बीच जारी है विवाद
बता दें कि चीन और फिलीपींस के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तकरार जारी है। दोनों देश इस क्षेत्र में अपना दावा जताते हैं। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावा के खिलाफ फिलीपींस ने संयुक्त राष्ट्र से मदद मांगी है।बता दें कि चीन ने फिलीपींस को तेल और गैस विकास परियोजनाओं के लिए दक्षिण चीन सागर का प्रयोग करने पर रोक लगा रखा है। वहीं, चीन के अनुसार, फिलीपींस मछली पकड़ने के लिए भी दक्षिण चीन सागर का उपयोग नहीं कर सकता।