China Warns Students: 'हसीनाओं से बचकर रहें', चीन ने अपने छात्रों को क्यों दी ये चेतावनी?
China Warns Students चीन के छात्रों को हसीनाओं से दूर रहने की हिदायत दी गई है। चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने बुधवार को अपने सार्वजनिक वीचैट सोशल मीडिया अकाउंट पर छात्रों को विस्तृत चेतावनी जारी की। इसमें कहा गया कि छात्रों से खुफिया जानकारी पाने के लिए कई तरीकों से लुभाया जा सकता है। छात्रों से इन लोगों से सावधान रहने को कहा गया है।
रायटर, बीजिंग। China Warns Students चीन की सरकार ने अपने छात्रों से आज एक खास अपील की जो काफी चर्चा का विषय बन गई। दरअसल, चीन के छात्रों को हसीनाओं से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
लुभाने की कर सकती हैं कोशिश, सुरक्षा को खतरा
दरअसल, चीन की शीर्ष जासूसी एजेंसी ने संवेदनशील डेटा तक पहुंच रखने वाले छात्रों को सुंदर लड़कों और सुंदर लड़कियों से सावधान रहने की चेतावनी दी है। एजेंसी का कहना है कि विदेशी संस्थाओं के लिए जासूसी करने के लिए ये हसीनाएं लुभाने का काम कर सकती हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हो सकता है।
सुरक्षा मंत्रालय ने चेताया
- चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने बुधवार को अपने सार्वजनिक वीचैट सोशल मीडिया अकाउंट पर छात्रों को विस्तृत चेतावनी जारी की। इसमें कहा गया कि छात्रों से खुफिया जानकारी पाने के लिए कई तरीकों से लुभाया जा सकता है।
- खुफिया एजेंसी ने कहा कि राज्य सुरक्षा विभागों ने पाया है कि विदेशी जासूसी और खुफिया विभागों के कर्मियों ने युवा छात्रों को लक्षित करके लुभाने और घुसपैठ करने की कोशिश की है। वे युवा छात्रों की इच्छाओं का फायदा उठाना चाहते हैं।
सुरक्षा को लेकर खतरों पर नकेल कस रहा चीन
चीन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कथित खतरों पर नकेल कस रहा है और इस साल अपने नागरिकों को कई चेतावनियां जारी की हैं और जासूसी के ऐसे कई मामलों का खुलासा किया है। एजेंसी ने कहा कि विदेशी खुफिया एजेंसियों के कर्मचारी विशेष रूप से कॉलेज के छात्रों को लक्षित करते हैं, जिनके पास वर्गीकृत और संवेदनशील वैज्ञानिक अनुसंधान डेटा तक पहुंच होती है।ज्यादा वेतन वाली नौकरी का लालच दिया जाता
विदेशी खुफिया एजेंसियों के कर्मचारी खुद को विश्वविद्यालय के विद्वानों और वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों और परामर्श कंपनियों के कर्मचारियों के रूप में पेश करते हैं। चीनी एजेंसी ने कहा कि युवा छात्रों को बाजार अनुसंधान, शैक्षणिक आदान-प्रदान के नाम पर अधिक वेतन वाली नौकरी का लालच दिया जाता है।