चीन के लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुने गए Xi Jinping,अब आजीवन सत्ता पर करेंगे राज
Xi Jinping के आजीवन चीन के राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो गया है। शी रिकार्ड तीसरी बार राष्ट्रपति चुने गए है। बता दें कि शी ने अपने चुनाव की जानकारी खुद दी है। इसमें उन्होंने बताया कि वह सीपीसी सेंट्रल कमेटी के जनरल सेक्रेटी चुने गए हैं।
By Nidhi AvinashEdited By: Updated: Sun, 23 Oct 2022 10:54 AM (IST)
नई दिल्ली। आनलाइन डेस्क। China xi Jinping। शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गए है। अपनी नियुक्ति से पहले शी ने सीपीसी की बैठक की थी जिसमें उन्होंने अपने कई प्रतिद्वंदियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। शी अब एक बार फिर से चीन की सत्ता पर काबिज हो गए हैं। बता दें की 20वीं सीपीसी बैठक एक हफ्ते तक चलने के बाद शनिवार को खत्म हुई।
सात-सदस्यीय स्थायी समिति का गठन
शी की अध्यक्षता वाले सत्र में सीपीसी केंद्रीय समिति के 203 सदस्यों और 168 वैकल्पिक सदस्यों ने भाग लिया था। 68 वर्षीय शी को सत्र में सीपीसी केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) का अध्यक्ष भी नामित किया गया था। बता दें कि सीपीसी ने नई सात-सदस्यीय स्थायी समिति में उन्हीं को शामिल किया है जो शी जिनपिंग के वफादार है।
सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सत्र में चुने गए सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य शी जिनपिंग, ली कियांग, झाओ लेजी, वांग हुनिंग, काई क्यूई, डिंग जुएक्सियांग और ली शी हैं।
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मरते दम तक चीन के राष्ट्रपति बने रहेंगे शी जिनपिंग
सत्र में सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य भी चुने गए, जिसने सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो की स्थायी समिति द्वारा नामित सीपीसी केंद्रीय समिति सचिवालय के सदस्यों का समर्थन किया। शी द्वारा सात स्थायी सदस्य समिति में केवल उनके ही भरोसेमंद लोगों को एंट्री मिली है वहीं सीपीसी की नई समिति में उन सभी को हटा दिया गया है जो शी के विरोधियों की लिस्ट में आते है।सत्ता में रहते हुई शी जिनपिंग ने अपना असली चेहरा पूरी दुनिया के सामने पेश कर दिया है। बता दें कि शी जिनपिंग की जब तक मृत्य नहीं हो जाती जब तक वह चीन की सत्ता पर काबिज रहेंगे। चीन में शी के खिलाफ विद्रोह भी तेजी से बढ़ने के आसार है क्योंकि सीपीसी ओर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में कई ताकतवर लोग शामिल हैं जो वक्त आने पर शी जिनपिंग का तख्तापलट कर सकते हैं।Pakistan And China: पाकिस्तान और चीन की CPEC जैसे तीन नए कॉरिडोर प्रोजेक्ट लॉन्च करने की योजना