चीन में महिला अधिकारों की बात करना भी जुर्म! चीनी पत्रकार को मी टू आंदोलन को लेकर मिली पांच साल की सजा
Chinese journalist imprisonment चीन में महिला अधिकारों की बात करने वाली पत्रकार को 5 साल की सजा सुनाई गई है। पत्रकार पर मी टू आंदोलन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था। उन्हें और एक अन्य एक्टिविस्ट को करीब तीन साल पहले हिरासत में लिया गया था। पत्रकार हुआंग जुएकिन पर 14000 डालर का जुर्माना भी लगाया गया है।
बीजिंग, एपी। Chinese journalist imprisonment चीन में महिला अधिकारों की बात करने वाली पत्रकार को पांच वर्ष जेल की सजा सुनाई गई है। उनपर मी टू आंदोलन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था। उन्हें और एक अन्य एक्टिविस्ट को करीब तीन साल पहले हिरासत में लिया गया था।
14000 डालर का जुर्माना भी लगाया
हुआंग जुएकिन पर 14000 डालर का जुर्माना भी लगाया गया है। हुआंग और वांग जियानबिंग को सुनाई गई सजा अधिकारों की बात करने वालों पर की गई ताजा कार्रवाई का हिस्सा है। एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते हुए हुआंग ने 2018 में चीन के पहले मी टू मामले को उजागर करने में मदद की थी।
छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोपों को प्रसारित किया था
पत्रकार ने पीएचडी पर्यवेक्षक के खिलाफ एक स्नातक छात्रा द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को प्रसारित किया था। हुआंग और वांग 19 सितंबर 2021 को गायब हो गए थे। इससे एक दिन पहले हुआंग ससेक्स विश्वविद्यालय में लैंगिक हिंसा और संघर्ष पर मास्टर डिग्री कार्यक्रम करने के लिए ब्रिटेन के लिए उड़ान भरने वाली थी। सितंबर 2023 में उन पर मुकदमा शुरू किया गया था।