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चीन के राष्ट्रपति ने ईरान को समर्थन देने का किया वादा, जिनपिंग ने अमेरिकी विदेश नीति की आलोचना की

चीनी सरकारी टीवी में जारी जिनपिंग के बयान में कहा गया है कि चीन अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करने में ईरान का समर्थन करता है और उन्होंने अमेरिका के कथित एकतरफा फैसलों और मनमाने व्यवहार का विरोध किया।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 14 Feb 2023 08:48 PM (IST)
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ईरान की अर्थव्यवस्था अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के कारण वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रही है।

बीजिंग, एपी। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी आज से तीन दिवसीय चीन की यात्रा पर हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को ईरान को समर्थन देने का वादा किया है। ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम के कारण अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का सामना कर रहा है, इसलिए अमेरिका के विरुद्ध खड़े चीन और रूस जैसे देशों से ईरान अच्छे संबंध बनाना चाहता है।

अमेरिकी विदेश नीति की कड़ी आलोचना

चीन ने जहां एकतरफ ईरान को समर्थन देने का वादा किया, वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की विदेश नीति की कड़ी आलोचना की। चीन और ईरान ने रूस के साथ खुद को अमेरिकी शक्ति के खिलाफ खड़ी ताकतों के रूप में दर्शाया है। इब्राहिम रायसी के साथ शी जिनपिंग की बैठक के बारे में दी गई आधिकारिक चीनी जानकारी में यह नहीं बताया गया है कि क्या उन्होंने यूक्रेन पर रूस के हमले पर चर्चा की। ईरान ने रूस को सैन्य ड्रोन की आपूर्ति की थी। ईरान का कहना है कि यह आपूर्ति युद्ध शुरू होने से पहले ही की गई थी।

चीन और ईरान ने 20 सहयोग समझौतों पर किया हस्ताक्षर

चीनी सरकारी टीवी में जारी जिनपिंग के बयान में कहा गया है कि चीन अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करने में ईरान का समर्थन करता है और उन्होंने अमेरिका के कथित एकतरफा फैसलों और मनमाने व्यवहार का विरोध किया। चीनी सरकार ने यह घोषणा की है कि जिनपिंग और रायसी ने व्यापार और पर्यटन सहित 20 सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसमें तेल, उद्योग और अन्य क्षेत्रों के विकास में सहयोग करने के लिए 2021 में हस्ताक्षरित 25 साल के रणनीति समझौते को जोड़ते हैं। चीन ईरान के तेल का सबसे बड़ा खरीदार और निवेश का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

परमाणु हथियार बनाने के आरोप का खंडन करता ईरान

ईरान की अर्थव्यवस्था अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के कारण वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रही है। अमेरिका का कहना है कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बना रहा है जबकि ईरान इस आरोप का खंडन करता है। जिनपिंग ने एक दूसरे के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर एक साथ काम करने का वादा किया, लेकिन इस बारे में ज्यादा विस्तार से नहीं बताया गया है।

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