China Moon Mission: चीन को अंतरिक्ष में मिली बड़ी कामयाबी, चांद पर खुदाई करने के लिए उतारा Chang’e-6
दुनियाभर से देशों के बीच चांद पर पहुंचने के लिए होड़ लगी हुई है। इन सबमें अभी तक अमेरिका ने अपना मिशन सबसे पहले पूरा किया है। वहीं अब चीन ने भी चैंग-ई 6 को चांद के हिस्से उतर दिया है। एक चीनी अंतरिक्ष यान मिट्टी और चट्टान के नमूने इकट्ठा करने के लिए हाल ही में चंद्रमा के सुदूर हिस्से पर उतरा।
एपी,बीजिंग। दुनियाभर से देशों के बीच चांद पर पहुंचने के लिए होड़ लगी हुई है। इन सबमें अभी तक अमेरिका ने अपना मिशन सबसे पहले पूरा किया है। वहीं अब चीन ने भी चैंग-ई 6 को चांद के हिस्से उतर दिया है। एक चीनी अंतरिक्ष यान मिट्टी और चट्टान के नमूने इकट्ठा करने के लिए हाल ही में चंद्रमा के सुदूर हिस्से पर उतरा,जो कम खोजे गए क्षेत्र के बारे में और जानरकारी जानना चाहता है।
कब हुआ था लैंड?
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक,लैंडिंग मॉड्यूल बीजिंग समयानुसार सुबह 6:23 बजे दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन नामक एक बड़े गड्ढे में लैंड हुआ। यह मिशन चैंग-ई में छठा है, जिसका नाम चीनी चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है। यह चैंग-ई 5 के बाद सैंपल को वापस लाने के लिए डिजाइन किया गया दूसरा मिशन है।
जमीन के नीचे तक चलेगा मिशन
चीन के वर्तमान मिशन में, लैंडर को लगभग दो दिनों तक 2 किलोग्राम सतह और जमीन के नीचे के पदार्थ इकट्ठा करने के लिए ड्रिल का उपयोग करना है। लैंडर के ऊपर एक आरोही फिर इकट्ठा किए गए सैंपल को एक धातु वैक्यूम कंटेनर में वापस दूसरे मॉड्यूल में ले जाएगा जो चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है। कंटेनर को री-एंट्री कैप्सूल में ट्रांसफर किया जाएगा जो 25 जून के आसपास चीन के इनर मंगोलिया क्षेत्र के रेगिस्तान में पृथ्वी पर लौटने वाला है।चंद्रमा के सुदूर भाग के लिए मिशन अधिक कठिन हैं क्योंकि यह पृथ्वी का सामना नहीं करता है, कम्यूनिकेशन बनाए रखने के लिए रिले सैटिलाइट की आवश्यकता होती है। वहीं चीन 2030 से पहले चांद पर आदमी भेजना की भी तैयारी कर रहा है।यह भी पढ़ें: Isro Gaganyaan Mission: कौन हैं चार एस्ट्रोनॉट्स जो स्पेस में लहराएंगे भारत का झंडा, जानिए इनकी जिंदगी से जुड़ी खास बातें