China Covid Policy: चीन के ग्वांगझोउ शहर में कोरोना का कहर, सख्त प्रतिबंध से वैश्विक सप्लाई चेन पर पड़ा असर
चीन में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी हो रही है जिसके चलते दक्षिणी चीन के ग्वांगझोउ शहर में प्रतिबंध लगाए गए हैं। मैन्युफैक्चरिंग हब के नाम से मशहूर इस शहर में लगे लाकडाउन का असर पूरी दुनिया की सप्लाई चैन पर पड़ रहा है।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 09 Nov 2022 06:19 PM (IST)
बीजिंग, एपी। चीन में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते दक्षिणी चीन के ग्वांगझोउ शहर में प्रतिबंध लगाए गए हैं। मैन्युफैक्चरिंग हब के नाम से मशहूर दक्षिणी चीन के इस शहर में लगे लाकडाउन का असर पूरी दुनिया की सप्लाई चैन पर पड़ रहा है। इन प्रतिबंधों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था में भी गिरावट दर्ज की गई है। स्थानीय अधिकारियों से बुधवार को मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के कारण प्रभावित इलाकों के करीब 50 लाख लोगों को रविवार तक घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
चीन के ग्वांगझोउ में कड़े प्रतिबंध
बता दें कि 1 करोड़ 30 लाख की आबादी वाले ग्वांगझोउ शहर में 24 घंटों में 2500 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए थे। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद ही ग्वांगझोउ में प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए गए। इन प्रतिबंधों के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है। वहीं, कुछ प्रमुख शहरों के लिए फ्लाईट भी रद्द कर दी गई है।
वैश्विक सप्लाई चैन पर पड़ेगा असर
आर्थिक जानकारों के मुताबिक चीन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से पूरे विश्व की सप्लाई चेन पर असर पड़ रहा है। विश्व के कई देशों की अर्थव्यवस्था चीन के निर्यात पर निर्भर करती हैं। ऐसे में चीन में प्रतिबंधों के कारण डिमांड बढ़ने से विश्व के कई बाजारों में असर पड़ रहा है। वहीं, चीन पर कोरोना से जुड़ी जानकारियों को छिपाने के आरोप महामारी के शुरुआत से ही लगाए जा रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि महामारी की शुरुआत से ही अगर चीन पारदर्शिता रखता तो लोगों को कम नुकसान झेलना पड़ता।चीन की जीरो-कोविड नीतियों पर उठ रहे सवाल
बता दें कि WHO ने चीन की जीरो-कोविड नीतियों को लेकर सवाल उठाए थे। इसके बावजूद शी जिनपिंग के नेतृत्व वाली चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपनी कोविड नीतियों को जारी रखा है। बता दें कि चीन की सरकार कोरोना वायरस को लेकर ना ही पुख्ता जानकारी साझा कर रही है, और ना ही वैक्सीन के आयात को मंजूरी दे रही है। कोरोना से निपटने के लिए चीन के इस रवैये की आलोचना दुनिया के कई देश कर रहे हैं।
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