China: चीन में कोविड से हालात बेकाबू, मरीजों से पटे अस्पताल; अंत्येष्टि स्थलों पर ओवरटाइम काम कर रहे कर्मचारी
चीन के कई अंत्येष्टि स्थल भी भारी दबाव में हैं। अंतिम संस्कार के लिए इतनी ज्यादा संख्या में शव आ रहे हैं कि अंत्येष्टि स्थलों पर काम करने वाले कर्मचारियों को खाने का समय तक नहीं मिल पा रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 29 Dec 2022 01:13 AM (IST)
बीजिंग, रायटर्स। चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। देश में हालात ऐसे हो गए हैं कि अस्पताल मरीजों से पट गए हैं। अस्पतालों के अंदर और बाहर बुधवार को मरीजों का तांता लगा रहा। कई अस्पतालों में कोविड के उपचार में काम आने वाली दवाएं तक नहीं हैं। केवल सर्दी-खांसी लक्षणों के लिए दवाएं दी जा सकती हैं। देश के कई अंत्येष्टि स्थल भी भारी दबाव में हैं। अंतिम संस्कार के लिए इतनी ज्यादा संख्या में शव आ रहे हैं कि अंत्येष्टि स्थलों पर काम करने वाले कर्मचारियों को खाने का समय तक नहीं मिल पा रहा है।
कोविड मामले बढ़ने के बीच नियमों में ढील
बता दें कि चीन में कोविड का कहर ऐसे समय में बढ़ रहा है, जब वह तीन वर्ष बाद अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को आठ जनवरी से खोलने जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अनिवार्य क्वारंटाइन भी समाप्त करेगा। इधर, हांगकांग भी गुरुवार से सभी सख्त नियमों को खत्म करने जा रहा है। पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता खत्म होगी, लेकिन मास्क पहनना पड़ेगा। हालांकि चीन ने मंगलवार को केवल दो कोविड पीड़ितों की मौत होने की जानकारी दी। इससे एक दिन पहले एक मौत बताई थी। चीन के इस सरकारी डाटा पर गहरा संदेह जताया जा रहा है।
चीन में मरीजों से पटे अस्पताल
कई अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, चीन में पिछले महीने सख्त लाकडाउन के विरोध में हुए प्रदर्शनों के बाद पाबंदियों में ढील दी गई थी। इसके बाद देश में कोविड संक्रमण बेकाबू हो गया है। आशंका है कि एक दिन में दसियों लाख लोग संक्रमित हो रहे हैं। चीन के दक्षिणी-पश्चिमी शहर चेंगदू के सबसे बड़े अस्पताल हुआक्सी के स्टाफ ने बताया कि वे कोविड मरीजों के चलते बहुत ज्यादा व्यस्त हैं। यहां काम करने वाले एक एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया, 'मैं 30 वर्षों से यहां काम कर रहा हूं, लेकिन इतनी व्यस्तता कभी नहीं देखी।' अस्पताल के एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि आपातकालीन विभाग के अंदर और बाहर लंबी कतारें लगी रहती हैं। एंबुलेंस से आने वाले ज्यादातर मरीजों को आक्सीजन लगानी पड़ रही है। अस्पताल में कोविड उपचार संबंधी दवाओं का स्टाक नहीं है। यहां केवल सर्दी-खांसी जैसे लक्षणों के लिए दवाएं दी जा सकती हैं।