Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Coronavirus Cases in China: एंबुलेंस के लिए रोजाना आ रहे हजारों फोन, अंतिम संस्कार के लिए लगी लंबी कतार

चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। कोरोना से होने वाली मौतों में भी तेजी से इजाफा हुआ है। आलम ये है कि अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं। शवदाह गृह में भी अंतिम संस्कार के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। (फोटो रॉयटर्स)

By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Wed, 21 Dec 2022 10:03 AM (IST)
Hero Image
Covid-19 in China: चीन में कोरोना रिटर्न!

बीजिंग, एजेंसी। चीन में एक बार फिर कोरोना का महाविस्फोट हुआ है। जीरो कोविड नीति के बावजूद चीन में कोरोना के चलते हालात बेकाबू हो गए हैं। अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। शवदाह गृहों में भी जगह कम पड़ रही है। अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कोरोना के मामलों के बीच विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि चीन में लाखों लोगों की मौत हो सकती है।

लाखों लोगों के मरने का अनुमान

संक्रामक रोग विशेषज्ञ इरिक फेजिल डिंग ने महामारी के बड़े पैमाने पर प्रसार को लेकर चेतावनी जारी की है। अनुमान के मुताबिक, देश की 60 प्रतिशत से अधिक यानी दुनिया की 10 प्रतिशत आबादी अगले 90 दिनों में कोरोना महामारी की चपेट में आने वाली है। इस वजह से लाखों लोगों की जान जा सकती है।

ओमिक्रोन का नया वेरिएंट बरपा रहा कहर

समाचार एजेंसी के मुताबिक, चीन में ओमिक्रोन का नया वेरिएंट बीए5.2 और बीएफ.7 ही सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है। चीन में कोरोना विस्फोट की वजह से अन्य देशों में भी महामारी के फैलने की आशंका जताई जा रही है।

मौत के आंकड़े छिपा रहा चीन!

चीन कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ें छिपाते रहा है। चीन ने बीजिंग में एक भी कोरोना से मौत का जिक्र नहीं किया है। हालांकि, अधिकारियों ने 19 से 23 नवंबर के बीच चार मौतों का ब्योरा दिया था।

वेटिंग लिस्ट में हजारों शव

चीन भले ही मौत के आंकड़ें छिपा रहा हो, लेकिन शवदाह गृह असल कहानी बयां कर रहे हैं। वाल स्ट्रीट जनरल ने कहा कि शवदाह गृहों में काम करने वाले लोगों का कहना है कि बीजिंग का डोंगजिओ शवदाह गृह शवों से भर गया है। यहां काम करने वाली एक महिला ने कहा कि हमें सांस लेने की फुरसत नहीं है। हम फिलहाल 24 घंटे काम कर रहे हैं। दिन-रात हम शवों का अंतिम संस्कार करने में लगे हैं। उन्होंने बताया कि पहले 30 से 40 शव आते थे, अब 200 आ रहे हैं। दो हजार शव अंतिम संस्कार की कतार में हैं। रोज तीस हजार से ज्यादा एंबुलेस के लिए फोन आ रहे हैं।

ये भी पढ़ें:

भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाएंगे स्टार्टअप, 2030 तक जीडीपी में इनकी हिस्सेदारी 30% होगी

Fact Check : एक जनवरी को भारत बंद करने का नहीं दिया अमित शाह ने कोई बयान, वायरल पोस्‍ट फर्जी है