India Maldives Row: भारतीय रुख के सामने नरम पड़ा मालदीव, राष्ट्रपति मोइज्जू ने चीन से लगाई मदद की गुहार
भारत से मिली तीखी प्रतिक्रिया के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मंगलवार को चीन से मदद की गुहार लगाई है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने चीन से अपील की है कि मालदीव में अधिक संख्या में चीनी पर्यटक को भेजें। इधर मालदीव पर्यटन विभाग ने भारत को अपना निकटतम पड़ोसी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ तीन उप मंत्रियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है।
पीटीआई, बीजिंग। भारत से मिली तीखी प्रतिक्रिया के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मंगलवार को चीन से मदद की गुहार लगाई है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने चीन से अपील की है कि मालदीव में अधिक संख्या में चीनी पर्यटक को भेजें।
चीन से मदद की गुहार लगा रहा मालदीव
बता दें कि मालदीव के उप मंत्रियों द्वारा भारत को लेकर अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भारतीय पर्यटकों द्वारा मालदीव की यात्रा बहिष्कार किया जा रहा है। मोइज्जू ने कहा कि चीन हमारे सबसे करीबी सहयोगियों और विकास साझेदारों में से एक है।
मालदीव पर्यटन विभाग ने दी सफाई
हालांकि, भारतीय रुख को लेकर मालदीव अब सफाई दे रहा है। मालदीव पर्यटन विभाग ने भारत को अपना निकटतम पड़ोसी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ तीन उप मंत्रियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है। साथ ही कहा कि ऐसे किसी भी कार्य या टिप्पणी से बचना चाहिए जो दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डाले।यह भी पढ़ेंः बैकफुट पर आया मालदीव! टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन ने Ease My Trip से फिर से बुकिंग शुरू करने का किया अनुरोध
मैटी ने भारत को बताया करीबी सहयोगी
वहीं, एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्रीज (मैटी) ने भारत को मालदीव के सबसे करीबी पड़ोसियों और सहयोगियों में से एक बताया। मैटी ने कहा कि भारत हमेशा मालदीव के इतिहास में विभिन्न संकटों में सबसे पहले साथ देने वाला देश रहा है। मैटी ने कहा कि भारत सरकार और वहां के लोगों ने हमारे साथ जो घनिष्ठ संबंध बनाए रखा है, उसके लिए हम बेहद आभारी हैं।इसके अलावा मैटी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का मालदीव के पर्यटन उद्योग में लगातार और महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उसकी ओर से कहा गया कि भारत ने कोविड काल और उसके बाद मालदीव के पर्यटन उद्योग को फिर से स्थापित करने में बहुत सहायता की है।
मालदीव एसोसिएशन आफ टूरिज्म इंडस्ट्रीज ने कहा कि दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध आने वाली पीढि़यों तक बने रहें, यह जरूरी है। हमे ऐसी किसी भी कार्य या बयानबाजी से बचना चाहिए जोकि हमारे अच्छे संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यह भी पढ़ेंः इंडियन आर्मी से पहले लक्षद्वीप के लिए रवाना हो चुकी थी पाक सेना, फिर कैसे पलट गई बाजी; पढ़ें दिलचस्प किस्सा