China: कोयला खदान धंसने से 50 लोग दबे, चीन ने आनन-फानन में बंद की तलाश
चीन ने आंतरिक मंगोलिया में खदान धंसने से लापता हुए 50 लोगों की तलाश बंद कर दी है। इस हादसे में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। भूस्खलन बुधवार शाम 6 बजे हुआ था। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 23 Feb 2023 03:16 PM (IST)
बीजिंग, (एपी)। चीन ने आंतरिक मंगोलिया क्षेत्र में कोयले की खदान धंसने के बाद लापता 50 लोगों की तलाश बंद कर दी है। गुरुवार को स्थानीय मीडिया के हवाले से यह जानकारी दी गई। अल्क्सा लीग में खदान के धंसने से कई लोग मलबे में दब गए थे। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि छह घायल हो गए। जांच में लापता लोगों की संख्या 50 और 53 के बीच बताई जा रही है।
चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के कारण, गुरुवार की सुबह तक काम बंद रहा। अभी यह साफ नहीं है कि बचाव कार्य कब शुरू होगा। बुधवार शाम 6.00 बजे भूस्खलन हुआ था। खदान धंसने के पांच घंटे बाद लगभग 10 मिलियन क्यूबिक मीटर (3.5 मिलियन टन) रेत और चट्टान के नीचे श्रमिक और खनन ट्रक दब गए।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की शांति की अपील
स्टेट मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटनास्थल पर 900 बचाव-कर्मियों की टीम भारी उपकरणों के साथ जुटी हुई है। इसमें आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय की भी एक टीम शामिल है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि खोज और बचाव के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।पहले भी खदान कंपनी पर लगा था जुर्माना
वेबसाइट 'द पेपर' ने बताया कि खदान चलाने वाली कंपनी, इनर मंगोलिया झिंजिंग कोल इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड पर पिछले साल सुरक्षा उल्लंघनों के लिए जुर्माना लगाया गया था। इसमें असुरक्षित पहुंच मार्गों से लेकर खनन की सतह तक अस्थिर सामग्री के असुरक्षित भंडारण की कमी पाई गई थी। इसके अलावा सुरक्षा पर्यवेक्षकों के लिए प्रशिक्षण की कमी भी शामिल थी।चीन बिजली उत्पादन के लिए कोयले पर निर्भर
इनर मंगोलिया कोयले, विभिन्न खनिजों और दुर्लभ खनन के लिए एक प्रमुख क्षेत्र है। आलोचकों का कहना है कि यहां पर पहाड़ों, घास के मैदानों और रेगिस्तानों को नष्ट कर दिया गया है। चीन बिजली उत्पादन के लिए अत्यधिक कोयले पर निर्भर है। सुरक्षा कारणों और आवश्यक उपकरणों की कमी वाले छोटी खदान को बंद किया जा रहा है, ताकि दुर्घटनाएं कम हो। खनन में अधिकांश मौतें मीथेन और कोयले की धूल के कारण होती है।