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Covid-19 in China: चीन में फिर कोरोना का खतरा! लूनर न्यू ईयर पर घर लौट रहे प्रवासियों से बढ़ेंगी मुश्किलें

चीन में कोरोना वायरस के फिर बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। लूनर न्यू ईयर के मौके पर लाखों श्रमिक अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। हाल ही में चीनी सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी में ढील भी दी है। (फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Wed, 18 Jan 2023 02:33 PM (IST)
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Covid-19 in China: चीन में फिर कोरोना का खतरा!
बीजिंग, एजेंसी। चीन में कोरोना का खतरा और बढ़ सकता है। दरअसल, लाखों श्रमिक लूनर न्यू ईयर (Lunar New Year) मनाने के लिए अपने घरों की तरफ वापस लौट रहे हैं। शुक्रवार तक उनकी संख्या और ज्यादा बढ़ सकती है। कोरोना संक्रमण के चीन के शहरों और गांवों में अधिक फैलने का डर सता रहा है।

रेल स्टेशनों, एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़

गौरतलब है कि चीनी सरकार ने बीते साल जीरो कोविड पॉलिसी में ढील दे दी थी, जिसके बाद कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई। अब रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। इससे कोरोना के मामले और बढ़ सकते हैं।

मंदी की पुष्टि कर रहे जीडीपी के आंकड़ें

इसी बीच, मंगलवार को जीडीपी के नए आंकड़े पेश किए गए हैं। इससे चीन में तेज आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही है। अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों की नजर छुट्टियों के मौसम पर है, जिसे वसंत महोत्सव के रूप में जाना जाता है। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में खपत में उछाल की झलक दिखा रही है।

विश्लेषकों को धीमी रिकवरी की उम्मीद

कुछ विश्लेषकों को उम्मीद है कि चीन में रिकवरी धीमी होगी। मगर, चीन के वाइस-प्रीमियर लियू ने मंगलवार को स्विट्जरलैंड में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में घोषणा की थी कि चीन तीन साल की महामारी अलगाव के बाद दुनिया के लिए खुला था। स्टेट मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल इमिग्रेशन एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों ने कहा कि 8 जनवरी को चीन की सीमाएं खुलने के बाद से रोजाना औसतन पांच लाख लोगों को चीन में आना-जाना कर रहे हैं।

मेगा सिटीज से छोटे शहरों और गांवों में कोरोना फैलने का डर

अधिकारियों का कहना है कि शंघाई जैसे मेगासिटी में वायरस चरम पर है। यहां से छोटे शहरों और कस्बों की ओर बड़ी संख्या में श्रमिक आ रहे हैं। वहां अभी तक बुज़ुर्गों को अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है और वे COVID के संपर्क में नहीं आए हैं। साथ ही वहां स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली भी बेहतर नहीं हैं। लिहाजा, वहां स्थिति चिंताजनक हो सकती है।

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