China Telecoms Fraud: म्यांमार में चीनी नागरिकों से बड़ी रकम की धोखाधड़ी, 63 फाइनेंसर और अपराध सिंडिकेट के सरगना शामिल
म्यांमार के अधिकारियों ने 31000 दूरसंचार धोखाधड़ी ( telecom fraud suspects ) के संदिग्धों को चीन को सौंप दिया है । चीनी राज्य मीडिया ने बताया कि म्यांमार में कम से कम 1000 घोटाला केंद्रों में प्रतिदिन 100000 से अधिक लोग दूरसंचार धोखाधड़ी में संलग्न होते हैं जो दक्षिण पश्चिम चीन के साथ सीमा साझा करता है। चीनी पुलिस ने सितंबर में धोखाधड़ी पर नकेल कसना शुरू कर दिया है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 21 Nov 2023 11:51 AM (IST)
रॉयटर्स, बीजिंग। म्यांमार के अधिकारियों ने 31,000 दूरसंचार धोखाधड़ी के संदिग्धों को चीन को सौंप दिया है। बता दें कि दोनों देशों के कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने सितंबर में ऑनलाइन घोटालों पर कार्रवाई शुरू की थी।
सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय ने एक बयान में मंगलवार को बताया कि, संदिग्धों में 63 फाइनेंसर और अपराध सिंडिकेट के सरगना शामिल हैं जिन्होंने चीनी नागरिकों से बड़ी रकम की धोखाधड़ी की है।
म्यांमार में कम से कम 1,000 घोटाला केंद्र
चीनी राज्य मीडिया ने बताया कि म्यांमार में कम से कम 1,000 घोटाला केंद्रों में प्रतिदिन 100,000 से अधिक लोग दूरसंचार धोखाधड़ी में संलग्न होते हैं, जो दक्षिण पश्चिम चीन के साथ सीमा साझा करता है। चीनी पुलिस ने सितंबर में धोखाधड़ी पर नकेल कसना शुरू कर दिया और इस महीने, पुलिस ने म्यांमार में अपराध गिरोहों पर तेज हमले शुरू किए।चीनी पुलिस को सौंपे गए गिरोह के तीन सदस्य
चीनी पुलिस ने कहा कि म्यांमार के एक गिरोह के सरगना ने पिछले हफ्ते म्यांमार के अधिकारियों से भागते समय आत्महत्या कर ली। उसके गिरोह के तीन सदस्यों को बाद में चीनी पुलिस को सौंप दिया गया है। बता दें कि म्यांमार में चीनी नागरिकों को निशाना बनाने वाले दूरसंचार घोटाले के मामले बढ़ते ही जा रहे है।
इन सभी के बीच सहायक विदेश मंत्री नोंग रोंग ने इस महीने म्यांमार का दौरा किया और कहा कि चीन ऑनलाइन जुआ सहित सीमा पार अपराध से निपटने के लिए म्यांमार के साथ काम करने के लिए तैयार है। नोंग ने यह भी कहा कि चीन अपनी साझा सीमा पर स्थिरता बनाए रखने में म्यांमार का समर्थन करता है।
म्यांमार में युद्ध समाप्त करने का आग्रह
म्यांमार की सत्तारूढ़ सेना को अपनी सीमा पर कई मोर्चों पर हमलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जातीय अल्पसंख्यक विद्रोही समूहों का गठबंधन लोकतंत्र समर्थक सेनानियों के साथ मिलकर जुंटा के शासन को चुनौती दे रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा, 'चीन ने शांति का आह्वान किया है। चीन शांति वार्ता को बढ़ावा देने के लिए अपने तरीके से रचनात्मक भूमिका निभा रहा है और संबंधित पक्षों से लोगों के हितों को पहले रखने, संघर्ष विराम करने और जल्द से जल्द युद्ध समाप्त करने का आग्रह कर रहा है।'
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