चीन की शांति योजना पर रूस और यूक्रेन का सकारात्मक रुख, जेलेंस्की ने भारत से सहयोग की जताई उम्मीद
यूक्रेन में युद्ध की समाप्ति के लिए चीन की शांति योजना को रूस और यूक्रेन दोनों ने सकारात्मक रूप में लिया है। यूक्रेन ने चीन की 12 सूत्री शांति योजना में कुछ अच्छे प्रविधान होने की बात कहते हुए उस पर खुले दिमाग से विचार करने की बात कही है।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 25 Feb 2023 06:27 AM (IST)
बीजिंग, रायटर्स। यूक्रेन में युद्ध की समाप्ति के लिए चीन की शांति योजना को रूस और यूक्रेन, दोनों ने सकारात्मक रूप में लिया है। यूक्रेन ने चीन की 12 सूत्री शांति योजना में कुछ अच्छे प्रविधान होने की बात कहते हुए उस पर खुले दिमाग से विचार करने की बात कही है, जबकि रूस ने चीन की योजना का स्वागत किया है।
रूस ने कहा है कि मित्र देश की योजना व्यावहारिक और सहमति स्थापित करने के करीब है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शांति प्रयासों के लिए भारत से बात करने की योजना बताई है। शांति प्रयास के बीच अमेरिका ने यूक्रेन को दो अरब डालर के हथियारों और गोला- बारूद की मदद का एलान किया है।
बता दें कि युद्ध के एक साल होने पर चीन ने दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की है। साथ ही चेतावनी दी है कि युद्ध में किसी भी सूरत में परमाणु हथियार का इस्तेमाल न किया जाए। जाहिर है यह चेतावनी रूस को दी गई है। चीन ने कहा है कि युद्ध से किसी को लाभ नहीं होने वाला है।
चीन ने यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई की अभी तक न तो निंदा की है और न ही उसे हमला करार दिया है। हां, चीन ने यूक्रेन में अमेरिका व अन्य पश्चिमी देशों द्वारा लगातार की जा रही हथियारों की आपूर्ति की निंदा की है, जिससे वहां की स्थिति खराब होती जा रही है। वैसे चीन की योजना को लेकर यूक्रेन की शुरुआती प्रतिक्रिया नकारात्मक ही थी।
जेलेंस्की के वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि कोई भी शांति योजना पर तभी आगे बढ़ा जा सकता है जब युद्धविराम हो और रूसी सेना अपनी उसी स्थिति में लौटे जिस स्थान पर वह सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में थी, लेकिन बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रेस कान्फ्रेंस में चीन की शांति योजना को लेकर लचीला रुख प्रदर्शित किया और उस पर विचार करने की बात कही।