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चीन में लगे राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विरोध में पोस्टर-बैनर, किन कारणों से जनता है नाराज

इससे पूर्व एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में शी चिनफिंग की जीरो कोविड नीति से बुरी तरह से परेशान हो चुकी जनता ने बीजिंग के कई इलाकों में पोस्टर-बैनर लगाकर विरोध जताया। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति को तानाशाह करार दिया।

By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Thu, 13 Oct 2022 11:41 PM (IST)
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चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग लगातार तीसरी बार पद संभालने वाले हैं।
बीजिंग, प्रेट्र। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग लगातार तीसरी बार पद संभालने वाले हैं। राजधानी बीजिंग में 16 अक्टूबर से होने वाली चार दिवसीय बैठक में सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता इस संबंध में प्रस्ताव पास करेंगे। इससे पूर्व एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में शी चिनफिंग की जीरो कोविड नीति से बुरी तरह से परेशान हो चुकी जनता ने बीजिंग के कई इलाकों में पोस्टर-बैनर लगाकर विरोध जताया। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति को तानाशाह करार दिया।

चीन में दुर्लभ ही देखने को मिलता है राजनीतिक विरोध

यही नहीं, उन्होंने कहा कि हमें कोरोना टेस्ट नहीं, भोजन चाहिए। सांस्कृतिक क्रांति नहीं, सुधार चाहिए। एक बैनर में लोगों से विरोध प्रदर्शन और हड़ताल करने की अपील भी की गई है। चीन में राजनीतिक विरोध दुर्लभ ही देखने को मिलता है। अधिकारियों ने इस सभी पोस्टरों-बैनरों को हटा दिया है।

जीरो-कोविड नीति के रोलबैक से इन्कार

उधर, इस विरोध के बाजवूद चीन ने गुरुवार को जीरो-कोविड नीति के रोलबैक से इन्कार करते हुए कहा कि घातक महामारी से लड़ने के लिए प्रतिबंधों की कोई समयरेखा तय नहीं की जा सकती है। कम्युनिस्ट पार्टी की करीब पांच साल बाद हो रही बैठक से ठीक पहले इन प्रदर्शनों ने चीन की पोल भी खोल दी है कि जनता नाराज है।

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अधिकारियों ने पोस्टर हटाए, बीजिंग में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

इस बीच चीन ने पार्टी कांग्रेस की बैठक से ठीक पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम बीजिंग में किए हैं और हर तरफ पुलिस की ओर से निगरानी की जा रही है। यहां ये भी बता दें कि इस अहम बैठक से पहले चीन की सुरक्षा एजेंसियों ने 14 लाख लोगों को अपराधी बताकर गिरफ्तार किया है। इसके लिए जून से विशेष अभियान शुरू किया गया था। इसके बावजूद भी चीन में इस तरह का प्रदर्शन होना बताता है कि जनता आए दिन लगने वाले कोरोना लाकडाउन से कितनी परेशान है।

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