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China: चीन में क्यों बढ़ रही सांस की बीमारी, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताई इसके पीछे की असली वजह...

चीन में कोरोना महामारी के बाद अब सांस की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इस बीमारी को लेकर अस्पतालों में बच्चों की लंबी-लंबी कतारें लग रही है। वहीं देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह बीमारी फ्लू और अन्य ज्ञात रोगजनकों के कारण होता है। हालांकि मंत्रालय ने देश में नए वायरस की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 26 Nov 2023 11:37 PM (IST)
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चीन में बढ़ रही सांस की बीमारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी नई जानकारी।

बीजिंग, एपी। चीन में कोरोना महामारी के बाद अब सांस की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इस बीमारी को लेकर अस्पतालों में बच्चों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। देश में लगातार बढ़ रहे सांस की बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी चिंता जता चुका है। वहीं, देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह बीमारी फ्लू और अन्य ज्ञात रोगजनकों के कारण होता है। हालांकि, मंत्रालय ने देश में नए वायरस की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया।

इस कारण बढ़ रही बीमारी

मंत्रालय ने कहा कि देश में बच्चों में तेजी से बढ़ रहा सांस की बीमारी आम वायरस के कारण है। मंत्रालय के प्रवक्ता मी फेंग ने कहा कि यह बीमारी इन्फ्लूएंजा वायरस, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस, एडिनोवायरस के साथ-साथ माइकोप्लाज्मा निमोनिया जैसे बैक्टीरिया के कारण है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में लोगों की संख्या को देखते हुए क्लीनिकों और उपचार क्षेत्रों को खोलने, सेवा के घंटे बढ़ाने और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। 

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लॉकडाउन प्रतिबंध हटाने के कारण बढ़ी बीमारीः अधिकारी

देश में सांस संबंधी बीमारी बढ़ने को लेकर मंत्रालय ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्थानीय अधिकारियों से स्कूलों और नर्सिंग होम जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बीमारियों को फैलने से रोकने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया है। मालूम हो कि चीनी अधिकारियों ने इस माह की शुरुआत में सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि के लिए कोरोना लॉकडाउन प्रतिबंध हटाने को जिम्मेदार ठहराया था।

WHO ने चीन से मांगी थी रिपोर्ट

मालूम हो कि WHO ने बच्चों में अज्ञात निमोनिया के समूहों पर प्रोग्राम फॉर मॉनिटरिंग इमर्जिंग डिजीज (ProMED) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए चीन से अधिक जानकारी मांगी थी। चीन और WHO दोनों को 2019 के अंत में केंद्रीय शहर वुहान में सामने आए शुरुआती COVID-19 मामलों पर रिपोर्टिंग की पारदर्शिता के बारे में सवालों का सामना करना पड़ा है।

WHO ने कहा कि चीन ने उसके अनुरोध का जवाब दिया है और उसके द्वारा प्रदान किए गए डेटा से पता चलता है कि मामले माइकोप्लाज्मा निमोनिया जैसे ज्ञात रोगजनकों के प्रसार के साथ-साथ कोविड प्रतिबंधों को हटाने से जुड़े थे।