China-Taiwan Tension: ड्रैगन ने ताइवान में भेजे लड़ाकू विमान, कहा- चुनावी लाभ के लिए खतरे को दे रहा हवा
चीन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को एक तरफ चुनावी लाभ के लिए ताइवान सरकार पर बीजिंग से सैन्य खतरे को हवा देने का आरोप लगाया तो दूसरी तरफ ताइवान स्ट्रेट में लड़ाकू विमान भी भेज दिए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वु कियान ने कहा कि तनाव का कारण ताइवान सरकार है। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी पदाधिकारी जानबूझकर सैन्य खतरे को हवा दे रहे हैं और तनाव बढ़ा रहे हैं।
रायटर, बीजिंग। चीन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को एक तरफ चुनावी लाभ के लिए ताइवान सरकार पर बीजिंग से सैन्य खतरे को हवा देने का आरोप लगाया तो दूसरी तरफ ताइवान स्ट्रेट में लड़ाकू विमान भी भेज दिए।
क्या कुछ बोले रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता?
ताइवान में 13 जनवरी को राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव होने जा रहे हैं। द्वीप को अपना क्षेत्र बताने वाला चीन पिछले चार वर्षों से सैन्य दबाव बढ़ाए हुए है। बीजिंग में मासिक संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वु कियान ने कहा,
तनाव का कारण ताइवान सरकार है। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) पदाधिकारी जानबूझकर सैन्य खतरे को हवा दे रहे हैं और तनाव बढ़ा रहे हैं। डीपीपी को बीजिंग अलगाववादी दल मानता है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह सबकुछ चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। वु कियान के संवाददाता सम्मेलन के थोड़ी देर बाद ही ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने स्ट्रेट में चीन की सैन्य गतिविधियों की जानकारी दी।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने गुरुवार दोपहर 12 लड़ाकू विमानों को मध्य रेखा पार करते पाया। लड़ाकू विमानों में जे-11 और एसयू-30 शामिल थे। मंत्रालय ने कहा कि चीनी लड़ाकू विमान नियमित रूप से मध्य रेखा को पार करते रहे हैं।
चीन की ताइवान को गीदड़भभकी
चीन ने ताइवान को गीदड़भभकी देते हुए क्षेत्र में कब्जा करने के लिए सैन्य बल का उपयोग करने की अपनी धमकी दोहराई। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन के सैनिक हमेशा की तरह हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की मजबूती से रक्षा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।