US-China Relations: ताइवान जलडमरूमध्य में अमेरिका के युद्धपोत भेजे जाने पर भड़का चीन, कहा- 'एक चीन नीति का पालन करे US'
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ही चीन-अमेरिका के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। दोनों देश एक-दूसरे को लगातार चेतावनी दे रहे हैं। इस बीच चीन ने अमेरिका द्वारा युद्धपोत भेजे जाने के फैसले की निंदा की है।
By Mohd FaisalEdited By: Updated: Mon, 29 Aug 2022 03:30 PM (IST)
बीजिंग, एजेंसी। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को अमेरिकी नौसेना के युद्धपोतों के ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) में प्रवेश किए जाने के फैसले की निंदा की है। चीन ने इसे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से उकसाने वाला करार दिया है। डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि वाशिंगटन को एक चीन नीति का पालन करना चाहिए।
अमेरिका की प्रतिबद्धता को करता है प्रदर्शित- यूएस नेवी
वहीं, यूएस नेवी के 7वें फ्लीट ने कहा कि रविवार को गाइडेड-मिसाइल क्रूजर यूएसएस एंटियेटम और यूएसएस चांसलर्सविले ने अंतरराष्ट्रीय जल के माध्यम से एक नियमित मिशन बनाया है। बयान में कहा गया है कि ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से जहाज का पारगमन एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना अंतरराष्ट्रीय कानून की अनुमति के अनुसार कहीं भी उड़ान भरती है।
नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद भड़का है चीन
बता दें कि 1949 से ताइवान में एक स्वतंत्र सरकार है, लेकिन चीन लोकतांत्रिक द्वीप को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और ताइवान और अन्य के बीच किसी भी प्रकार के आधिकारिक संपर्क का विरोध करता है। अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने 2 अगस्त को ताइवान का दौरा करने के बाद पहली बार अमेरिकी सेना ने सामरिक जलमार्ग के माध्यम से युद्धपोत भेजे थे।चीन ने किया था बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास
नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन, अमेरिका पर बुरी तरह से भड़का हुआ है। नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीनी सेना ने द्वीप के चारों ओर बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया था। इस दौरे को लेकर चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर अमेरिका पर भड़ास निकाली थी। ग्लोबल टाइम्स में कहा गया था कि अमेरिका ने कई समझौतों को उल्लंघन किया है।