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G 20 Summit: यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा के मुद्दे पर जी-20 देशों में मतभेद

राष्ट्रपित जेलेंक्सी ने सम्मेलन में प्रतिभाग करते हुए वैश्विक नेताओं से युद्ध समाप्त कराने की योजना का समर्थन करने का आह्वान किया। यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसान में रूस के हार के बाद अब समय आ गया है कि उस पर शांति वार्ता के लिए दबाव बनाया जाए।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 15 Nov 2022 07:39 PM (IST)
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अमेरिका व सहयोगी देशों के प्रस्ताव को रूस ने बताया अनुचित
बाली, रायटर। यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा संबंधी प्रस्ताव को लेकर मंगलवार को जी-20 देशों के बीच मतभेद पैदा हो गया। शिखर सम्मेलन में यह प्रस्ताव अमेरिका व उसके सहयोगी देशों ने रखा, जिसे रूसी विदेश मंत्री ने अनुचित करार दिया है। फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद इंडोनेशिया के बाली में पहली बार जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। मेजबान इंडोनेशिया द्वारा वैश्विक आर्थिक संकट, महंगाई तथा खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सदस्य देशों से ध्यान केंद्रित करने की अपील किए जाने के बावजूद यूक्रेन युद्ध का साया शिखर सम्मेलन पर प्रभावी दिखाई देता है।

16 पृष्ठों के घोषणा पत्र प्रारूप के अनुसार, 'अधिकांश सदस्य देशों ने यूक्रेन युद्ध की कठोर निंदा की और इससे हुई जनहानि तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था के नुकसान को रेखांकित किया।' राजनयिकों ने बताया कि अभी सदस्यों ने प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि स्थितियों के मूल्यांकन व प्रतिबंधों के मुद्दे पर सदस्य देशों के विचारों में भिन्नता है।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अनुपस्थिति में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस प्रयास को पश्चिमी देशों का अनुचित राजनीतिकरण करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पर रूस ने आपत्ति दर्ज की है और इसके प्रारूप को बुधवार तक पूरा किया जाएगा।

अब रूस पर शांति के लिए दबाव बनाने का समय : जेलेंस्की

यूक्रेनी राष्ट्रपित वोलोदिमीर जेलेंक्सी ने सम्मेलन में वीडियो लिंक के जरिये प्रतिभाग करते हुए वैश्विक नेताओं से युद्ध समाप्त कराने की योजना का समर्थन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसान में रूस के हार के बाद अब समय आ गया है कि उस पर शांति वार्ता के लिए दबाव बनाया जाए। जेलेंस्की ने खेरसान पर फिर से कब्जे को द्वितीय विश्वयुद्ध के डी-डे से तुलाना की, जिसे गठबंधन बलों व फ्रांस के बीच का सबसे लंबा युद्ध माना जाता है।

उधर, क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि जेलेंस्की ने 'मिंस्क-3 नहीं' जैसी टिप्पणी के जरिये यह बता दिया है कि यूक्रेन वार्ता के पक्ष में नहीं है। यूक्रेन व रूस के बीच पूर्व में संघर्ष विराम के लिए दो ¨मस्क समझौते हुए, जो विफल रहे।

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रूस ने की अनाज निर्यात प्रतिबंधों से छूट की मांग

रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने जी-20 सम्मेलन से इतर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि यूएन प्रमुख ने अमेरिका व यूरोपीय संघ से वादे के अनुरूप रूस को अनाज व उर्वरक निर्यात के लिए प्रतिबंधों से छूट दिलाने का भरोसा दिया है। रूस की यह शिकायत रही है कि पश्चिमी प्रतिबंधों से सीधे तौर पर संबंधित नहीं होने के बावजूद उसके कृषि उत्पादों के निर्यात में बाधा पैदा की जा रही है।

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