ज्वालामुखी सक्रिय होने पर इंडोनेशिया ने फ्लोर्स द्वीप से निकाले 6500 लोग, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं
इंडोनेशिया स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी सक्रिय होने से यहां रहने वालों की मुसीबतें बढ़ गई हैं । इससे निकले वाली राख से आसमान में बादल सा छा गया है। सतर्कता बरतते हुए इंडोनेशिया ने फ्लोर्स द्वीप से लगभग 6500 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। अभी तक किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की सूचना नहीं है ।
एपी, फ्लोरेस तिमुर। इंडोनेशिया स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी सक्रिय होने से यहां रहने वालों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। इससे निकले वाली राख से आसमान में बादल सा छा गया है। सतर्कता बरतते हुए इंडोनेशिया ने फ्लोर्स द्वीप से लगभग 6,500 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। अभी तक किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। लेवोटोबी लाकी-लाकी इंडोनेशिया के 120 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। यह देश भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधि से ग्रस्त है।
आइसलैंड में भी फटा ज्वालामुखी
दूसरी ओर आइसलैंड में रविवार सुबह एक महीने से भी कम समय में दूसरी बार ज्वालामुखी फटा। द्वीप के दक्षिण-पश्चिम में ज्वालामुखी से पिघला हुआ लावा ग्रिंडाविक में खाली कराए गए घरों को निगल गया। राष्ट्रपति ने कहा कि देश प्रकृति के कहर से जूझ रहा है। जियोफिजिसिस्ट मैग्नस टुमी गुडमंडसन ने सोमवार सुबह कहा कि विस्फोट रात भर में काफी कम हो गया है, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि यह कहर कब रुकेगा।
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