वित्त मंत्री ने जापान के कारोबारियों को निवेश के लिए किया आमंत्रित,कहा- सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर कर रही काम
अमृत काल का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान चार (इन्फ्रास्ट्रक्चर-आधारभूत ढांचा इन्वेस्टमेंट-निवेश इनोवेशन-नवाचार और इन्क्लूसिविटी-समावेशिता) पर है। वित्त मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान प्रोडक्शन लिंंक्ड इंसेटिव (पीएलआइ) के माध्यम से कारोबार को मदद पहुंचाने की प्राथमिकता पर भी प्रकाश डाला।
टोक्यो, प्रेट्र: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जापानी निवेशकों और व्यापार जगत के प्रतिनिधियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार विदेशी निवेश में आने वाली अड़चनों को खत्म कर ईज आफ डूइंग बिजनेस को सुनिश्चित करने का काम कर रही है।
जी7 की बैठक में भाग लेने के लिए सीतारमण दो दिवसीय यात्रा पर जापान गई हैं। भारत को जी7 देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
'बढ़ते निवेश अवसर: गंतव्य भारत' विषय पर आयोजित एक बैठक के दौरान वित्त मंत्री ने अमृत काल में भारत की प्रगति की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि फरवरी में उनके द्वारा पेश किया गया केंद्रीय बजट अगले 25 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में मदद करेगा।
अमृत काल का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान चार (इन्फ्रास्ट्रक्चर-आधारभूत ढांचा, इन्वेस्टमेंट-निवेश, इनोवेशन-नवाचार और इन्क्लूसिविटी-समावेशिता) पर है। वित्त मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान प्रोडक्शन लिंंक्ड इंसेटिव (पीएलआइ) के माध्यम से कारोबार को मदद पहुंचाने की प्राथमिकता पर भी प्रकाश डाला।