Japan Earthquake: भूकंप के झटकों से दहला जापान, सुनामी की चेतावनी; भारत ने इमरजेंसी रूम स्थापित किया
नए साल के पहले दिन सोमवार को जापान भूकंप के जोरदार झटकों से दहल उठा। इशिकावा तट और नजदीकी प्रांतों में शाम चार बजे के बाद चार से अधिक की तीव्रता वाले 21 झटके लगे। इनमें से एक की तीव्रता 7.6 रही। भूकंप के बाद सुनामी की एक मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं। प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में हैं।
एपी, टोक्यो। नए साल के पहले दिन सोमवार को जापान भूकंप के जोरदार झटकों से दहल उठा। इशिकावा तट और नजदीकी प्रांतों में शाम चार बजे के बाद चार से अधिक की तीव्रता वाले 21 झटके लगे। इनमें से एक की तीव्रता 7.6 रही। भूकंप के बाद सुनामी की एक मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं। प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में हैं।
जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि सुनामी की लहरें पांच मीटर ऊंचाई (16.5 फीट) तक पहुंच सकती हैं। लोग जितनी जल्दी हो सके ऊंचे स्थानों या इमारतों में शरण ले लें। साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाया जा रहा है। यही नहीं, जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि अगले दो या तीन दिनों में इस क्षेत्र में और बड़े भूकंप आ सकते हैं।
नोटो क्षेत्र में सोमवार शाम भूकंप के तेज झटके
मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि जापान के मुख्य द्वीप होंशू के जापान सागर की ओर स्थित नोटो क्षेत्र में सोमवार शाम तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। शुरुआत शाम 4:06 बजे 5.7 तीव्रता के झटके से हुई। उसके बाद शाम 4:10 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप, 4:18 पर 6.1 तीव्रता का भूकंप, 4:23 पर 4.5 तीव्रता का भूकंप, 4:29 पर 4.6 तीव्रता का भूकंप और शाम 4:32 पर 4.8 तीव्रता का भूकंप आया।इशिकावा के तटों पर 1.2 मीटर ऊंची सुनामी की लहरें
इसके तुरंत बाद 6.2 तीव्रता का एक और जोरदार झटका लगा। भूकंप के झटकों के बाद इशिकावा और आसपास के तटों पर 1.2 मीटर ऊंची सुनामी की लहरें टकराई हैं। इसके बाद मौसम विभाग ने इशिकावा और जापान के मुख्य द्वीप होंशू के शेष पश्चिमी तट के लिए बड़ी सुनामी की चेतावनी जारी की। लोगों से समुद्र तटीय इलाकों को खाली करने को कहा गया है।
दक्षिण कोरिया और रूस तक सुनामी का अलर्ट
इस बीच रेस्क्यू टीमें भी सुनामी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गई हैं। जापान के पश्चिमी तट के साथ ही दक्षिण कोरिया और रूस तक भी सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। जापान में भूकंप के बाद दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट पर भी एक मीटर तक ऊंची लहरें उठीं। सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने बताया कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में स्थित परमाणु संयंत्रों को किसी तरह का नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं है।