Japan: एक अक्टूबर को नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए जापान तैयार; 40 साल बाद जापानी शाही खानदान कोई हुआ बालिग
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के उत्तराधिकारी का चयन एक अक्टूबर को बुलाए जाने वाले संसद के एक सत्र के दौरान किया जाएगा। सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) 27 सितंबर को अपना अगला अध्यक्ष चुनेगी। वहीं जापान में प्रिंस हिसाहितो शुक्रवार को 18 साल के हो गए हैं। शाही परिवार में 40 साल बाद ऐसा समय आया जब कोई बालिग हुआ है।
आइएएनएस, टोक्यो। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के उत्तराधिकारी का चयन एक अक्टूबर को बुलाए जाने वाले संसद के एक सत्र के दौरान किया जाएगा। सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) 27 सितंबर को अपना अगला अध्यक्ष चुनेगी। संसद के दोनों सदनों पर एलडीपी और उसके गठबंधन सहयोगी कोमिटो का नियंत्रण है, इसलिए प्रधानमंत्री के चयन को सिर्फ औपचारिकता माना जा रहा है।
सरकार कार्यक्रम की तैयारी कर रही है, जिसे सितंबर के अंत में किशिदा की कैबिनेट द्वारा अंतिम रूप दिया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, यदि अगले प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के तुरंत बाद प्रतिनिधि सभा को भंग करने का फैसला लेते हैं, तो आकस्मिक चुनाव की सबसे पहली तारीख 27 अक्टूबर होगी और यदि नया नेता समय की मांग करता है, तो दूसरी संभावित तारीख 10 नवंबर है।
फुमियो किशिदा इस महीने के अंत में अपने तीन साल के कार्यकाल के अंत में पद छोड़ रहे हैं, क्योंकि एक फंड घोटाले ने सत्तारूढ़ पार्टी को लेकर मतदाताओं के विश्वास को चोट पहुंचाई है।
जापान में 40 साल बाद शाही खानदान में कोई हुआ बालिग
जापान में तेजी से बूढ़ी होती आबादी और घटती जनसंख्या का असर शाही परिवार पर भी पड़ा है। जापान में प्रिंस हिसाहितो शुक्रवार को 18 साल के हो गए। शाही परिवार में 40 साल बाद ऐसा समय आया, जब कोई बालिग हुआ है। यह परिवार के लिए महत्वपूर्ण दिन था।
हिसाहितो जापानी सम्राट नारुहितो के भतीजे हैं। उनके पिता क्राउन ¨प्रस अकीशिनो 1985 में वयस्कता हासिल करने वाले अंतिम व्यक्ति थे। हिसाहितो 17 सदस्यीय पूर्ण वयस्क शाही परिवार में सबसे छोटे हैं, जिसमें वर्तमान में केवल चार पुरुष हैं। स्पष्ट रूप से अंतिम उत्तराधिकारी के रूप में उनकी स्थिति उस व्यवस्था के लिए बड़ी समस्या है, जो साम्राज्ञियों को अनुमति नहीं देती है।
1947 का इंपीरियल हाउस कानून केवल एक पुरुष को सिंहासन पर बैठने की अनुमति देता है। नारुहितो सम्राट हैं। उनके भाई अकीशिनो सिंहासन पाने की पंक्ति में दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद अकीशिनो के पुत्र हिसाहितो का स्थान आता है।