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इजरायल-हमास संघर्ष के बीच अमेरिका ने पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा दूसरा विमानवाहक पोत

इजरायल-हमास संघर्ष के बीच बाइडन प्रशासन ने दूसरे विमानवाहक पोत यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा। आइजनहावर यूएसएस गेराल्ड आर.फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में शामिल हो जाएगा जो पहले से ही इजरायल के पास मौजूद है। बता दें कि दोनों जहाजों में एफ-18 लड़ाकू जेट हैं।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 15 Oct 2023 07:31 PM (IST)
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अमेरिका ने पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा दूसरा विमानवाहक पोत (Image: Jagran English)
पीटीआई, तेल अवीव। इजरायल का समर्थन करने के लिए बाइडन प्रशासन ने दूसरे विमानवाहक पोत यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा है। अमेरिकी रक्षा सचिव लायड आस्टिन ने कहा कि इसे इजरायल के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई रोकने की हमारी प्रतिबद्धता और इस युद्ध को व्यापक बनाने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए भेजा गया है।

आइजनहावर यूएसएस गेराल्ड आर.फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में शामिल हो जाएगा, जो पहले से ही इजरायल के पास मौजूद है। यह कदम वहां लड़ाकू विमान और क्रूजर के साथ अमेरिकी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।

नारफाक वर्जीनिया से भेजा गया पोत

आइजनहावर को शुक्रवार को नारफाक वर्जीनिया से यहां भेजा गया है। इस क्षेत्र में दो विमानवाहक पोत होने से कई विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं। वे बड़े क्षेत्र को कवर करने के लिए प्राथमिक कमांड और नियंत्रण संचालन केंद्र के रूप में काम कर सकते हैं।

वे ई2-हाकआइ निगरानी विमानों को लांच कर सकते हैं, जो मिसाइल प्रक्षेपण पर प्रारंभिक चेतावनी प्रदान करते हैं और निगरानी के साथ हवाई क्षेत्र का प्रबंधन करते हैं। दोनों जहाजों में एफ-18 लड़ाकू जेट हैं। वे मानवीय सहायता कार्यों में भी सक्षम हैं। जहाज पर डॉक्टरों और सर्जन के साथ एक बड़ा अस्पताल भी मौजूद है।

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