पश्चिम एशिया की यात्रा के बाद खाली हाथ लौटे अमेरिकी विदेश मंत्री, हमास का प्रस्ताव खारिज होने पर क्या बोले एंटनी ब्लिंकन?
एंटनी ब्लिंकन ने गाजा में युद्धविराम और पश्चिम एशिया में व्याप्त तनाव को दूर करने के लिए चार देशों की यात्रा के बाद गुरुवार को पश्चिम एशिया छोड़ दिया। ब्लिंकन ने कहा कि इजरायल के इनकार के बीच उसी समय हमें समझौते की गुंजाइश भी दिखाई दी। इजरायल और उसके मुख्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अमेरिका के बीच संबंध महीनों से तनावपूर्ण हैं।
एपी, तेल अवीव। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गाजा में युद्धविराम और पश्चिम एशिया में व्याप्त तनाव को दूर करने के लिए चार देशों की यात्रा के बाद गुरुवार को पश्चिम एशिया छोड़ दिया। गाजा युद्ध शुरू होने के बाद पश्चिम एशिया की उनकी यह पांचवीं यात्रा थी।
हमास के ताजा समझौता प्रस्तावों को इजरायल ने किया खारिज
हमास के ताजा समझौता प्रस्तावों को इजरायल की पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने यह कहकर सिरे से खारिज कर दिया कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक कि इजरायल पूरी तरह से विजयी नहीं हो जाता। इस तरह अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा से कुछ खास हासिल होता नहीं दिखा।
ब्लिंकन ने क्या कहा?
ब्लिंकन ने कहा कि इजरायल के इनकार के बीच उसी समय हमें समझौते की गुंजाइश भी दिखाई दी। इजरायल और उसके मुख्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अमेरिका के बीच संबंध महीनों से तनावपूर्ण हैं।नेतन्याहू ने मसौदा को किया खारिज
बुधवार को हमास ने इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले गाजा में 135 दिनों के युद्धविराम की योजना का मसौदा दिया था। लेकिन नेतन्याहू द्वारा उस योजना को सार्वजनिक रूप से खारिज करना, जिसके बारे में अमेरिका का कहना है कि इसमें योग्यता है, यह कम से कम आगे की बातचीत के लिए शुरुआती बिंदु के रूप में मतभेद को उजागर करता है।
मसौदा में क्या था खास?
ब्लिंकन और अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे आशावादी बने हुए हैं। फलस्तीनी नागरिकों के लिए मानवीय स्थितियों में सुधार, हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करना और युद्ध को फैलने से रोकना जैसे उनके मुख्य लक्ष्यों पर प्रगति हो सकती है।इजरायल ने दक्षिणी गाजा के रफाह में की भीषण गोलाबारी
गाजा में युद्धविराम की कोशिशों के बीच इजरायल ने गुरुवार को दक्षिणी गाजा में रफाह पर भीषण गोलाबारी की। यहां पर गाजा की आधा आबादी शरण लिए हुए है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि बुधवार रात और गुरुवार को गोलाबारी में कम से कम 13 लोगों की जान गई है। टैंकों ने पूर्वी रफाह के कुछ इलाकों में भी गोले बरसाए। इस तरह, गाजा में इजरायली हमले में अब तक 27,840 फलस्तीनी मारे गए हैं।