'गाजा में सीजफायर के लिए कहना, इजरायल को हमास के सामने सरेंडर करने के लिए कहने जैसा है'; नेतन्याहू की दो टूक
Israel Hamas War। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में युद्ध विराम के लिए कहना मतलब इजरायल को हमास के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहने जैसा है जोकि नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इजरायल युद्ध नहीं चाहता था।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 31 Oct 2023 04:02 AM (IST)
एएनआई, तेल अवीव। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israel's Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने सोमवार को कहा कि इजरायल और गाजा के बीच सीजफायर के लिए कहना, मतलब हमास के सामने सरेंडर करना है। हम ऐसा बिल्कुल नहीं करेंगे।
नेतन्याहू की दो टूक
बेंजामिन नेतन्याहू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मैं युद्ध विराम को लेकर इजरायल की स्थिति स्पष्ट करना चाहता हूं। जिस तरह पर्ल हार्बर पर बमबारी के बाद या 9/11 के हमले के बाद अमेरिका युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा। उसी तरह सात अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल शत्रुता समाप्त के लिए सहमत नहीं होगा।
'सीजफायर नहीं होगा'
नेतन्याहू ने कहा कि सीजफायर के लिए कहना इजरायल से हमास, आतंक और बर्बरता के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहने जैसा है। ऐसा नहीं होगा।यह भी पढ़ें: Israel Hamas War: गाजा सिटी पर दो तरफ से हमला कर रहा इजरायल, लाखों लोगों ने अस्पतालों में ली शरण
इजरायली पीएम ने कहा कि अब हर किसी के लिए यह तय करने का समय आ गया है कि वे आशा और वादे के भविष्य के लिए लड़ने को तैयार हैं या अत्याचार और आतंक के सामने आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल सात अक्टूबर से युद्ध की स्थिति में है।
'उनका लक्ष्य स्पष्ट है'
नेतन्याहू ने कहा कि हमास के द्वारा सात अक्टूबर को की गयी भयावहता हमें याद दिलाती है कि हम बेहतर भविष्य के वादे को तब तक साकार नहीं कर पाएंगे, जब तक कि हम बर्बर लोगों से लड़ने के लिए तैयार नहीं होते, क्यों कि बर्बर लोग हमसे लड़ने के लिए तैयार हैं। उनका लक्ष्य स्पष्ट है। वे हमें बर्बाद करना चाहते हैं। इजरायली पीएम ने कहा,हमास ने नरसंहार के बाद से हमारे लोगों द्वारा देखी गई सबसे खराब बर्बरता को अंजाम देकर यह युद्ध शुरू किया है। हमास ने बच्चों को उनके माता-पिता के सामने मार डाला, माता-पिता को उनके बच्चों के सामने मार डाला। उन्होंने लोगों को जिंदा जला दिया, महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया, पुरुषों का सिर काट दिया, नरसंहार से बचे लोगों पर अत्याचार किया और बच्चों का अपहरण कर लिया। उन्होंने कल्पना से भी अधिक भयानक अपराध किए और वे बुराई की उस धुरी का हिस्सा हैं, जो ईरान ने बनाई है।