COP 28 Summit: धार्मिक नेताओं और वैज्ञानिकों ने आस्था मंडप का किया उद्घाटन, पोप फ्रांसिस बोले- ऐसा गठबंधन है जो किसी के खिलाफ नहीं
विश्व के धार्मिक नेता विज्ञानी और वैश्विक राजनेता रविवार को कोप-28 के चौथे दिन पहले आस्था मंडप के उद्घाटन के लिए एक साथ आए और जलवायु संकट से निपटने में आस्थावान समुदायों व धार्मिक संस्थानों की भूमिका पर चर्चा की। आस्था मंडप आस्थावान समुदायों की भागीदारी के लिए समर्पित है। पोप फ्रांसिस ने अपने वीडियो संबोधन में कहा आज दुनिया को ऐसे गठबंधन की जरूरत है।
By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Mon, 04 Dec 2023 05:39 AM (IST)
एजेंसी, दुबई। विश्व के धार्मिक नेता, विज्ञानी और वैश्विक राजनेता रविवार को कोप-28 के चौथे दिन पहले आस्था मंडप के उद्घाटन के लिए एक साथ आए और जलवायु संकट से निपटने में आस्थावान समुदायों व धार्मिक संस्थानों की भूमिका पर चर्चा की।
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के संरक्षण में आयोजित समारोह में संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता एवं सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान और पोप फ्रांसिस का प्रतिनिधित्व करने वाले वेटिकन के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने भाग लिया।
आस्था मंडप आस्थावान समुदायों की भागीदारी के लिए समर्पित है। मंडप में धार्मिक नेताओं, विज्ञानियों और राजनीतिक नेताओं की परिचर्चा की मेजबानी की जाएगी। साथ ही युवाओं और स्वदेशी प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए विभिन्न पीढि़यों के बीच संवाद को प्रोत्साहित किया जाएगा।
पोप फ्रांसिस ने अपने वीडियो संबोधन में कहा, आज दुनिया को ऐसे गठबंधन की जरूरत है, जो किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी के फायदे के लिए हो। आइए, धार्मिक प्रतिनिधियों के रूप में, यह दिखाने के लिए एक उदाहरण स्थापित करें कि परिवर्तन संभव है। हम सम्मानजनक और टिकाऊ जीवनशैली का प्रदर्शन करें।