इजरायल के हमले से पहले क्या ईरान ने किया भूमिगत परमाणु परीक्षण? रहस्यमयी भूकंप से अटकलें तेज
ईरान परमाणु बम बनाने के बेहद करीब है। इस बात को पूरी दुनिया मानती है। अमेरिका के विदेश मंत्री खुद कह चुके हैं कि ईरान को इसे हासिल करने में एक या दो हफ्ते का समय लग सकता है। मगर शनिवार यानी पांच अक्टूबर को ईरान के सेमनान प्रांत में आए रहस्यमयी भूकंप के बाद अटकलों का बाजार गर्म है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान में रहस्यमयी भूकंप से दुनिया हैरान है। अब कयास ये लगाया जा रहा है कि सच में यह भूकंप था या ईरान ने पहली बार परमाणु बम का परीक्षण किया है। हालांकि अभी तक इस मामले में ईरान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 5 अक्टूबर की रात को ईरान के सेमनान प्रांत में 4.5 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया।
ईरान में भी चर्चा तेज
अब सोशल मीडिया पर कयासबाजी का दौर जारी है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि ईरान ने इजरायली हमले के जवाब में भूमिगत परमाणु परीक्षण किया है। हालांकि ईरान में भी इस विषय पर चर्चाओं का दौर जारी है। तेहरान विश्वविद्यालय के भू-भौतिकी संस्थान ने बताया कि भूकंप 12 किलोमीटर की गहराई पर आया है।
यह भी पढ़ें: इजरायल-ईरान ही नहीं, दुनिया के कई देशों में जंग जारी; शवों को दफनाने की नहीं बची जगह; शहर बने खंडहर और 'ब्लड वैली'
कई सोशल मीडिया पोस्ट पर भूकंप का ग्राफ भी साझा किया गया है। इसमें यह बताने की कोशिश की गई है कि ईरानी भूकंप का ग्राफ परमाणु परीक्षण के ग्राफ से मेल खाता है। हालांकि अभी तक ईरान ने न आधिकारिक पुष्टि की और न ही खंडन किया है।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम काफी उन्नत
अमेरिकी थिंक टैंक हेरिटेज फाउंडेशन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि ईरान अपेक्षा से अधिक तेजी से परमाणु बम बनाने में सक्षम है। इसी साल मई महीने में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार कमाल खर्राजी ने कहा था कि ईरान को अपने परमाणु सिद्धांत को बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमने परमाणु बम बनाने का कोई फैसला नहीं किया है। मगर ईरान के अस्तित्व को खतरा होने पर हमें अपने सैन्य सिद्धांत को बदलना पड़ेगा।"
ब्लिंकन के बयान से भी मिल रहा बल
परमाणु परीक्षण से जुड़ी अटकलों को बल अमेरिका के बयान से भी मिल रहा है। जुलाई में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि परमाणु बम की खातिर विखंडनीय सामग्री का उत्पादन करने की क्षमता हासिल करने में ईरान को अब एक या दो सप्ताह का समय लग सकता है।90 फीसदी संवर्धित यूरेनियम से बनता है परमाणु बम
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान 60 फीसदी तक यूरेनियम को संवर्धित कर चुका है और इसके भंडार में उल्लेखनीय वृद्धि भी देखी गई है। परमाणु बम के लिए 90 फीसदी संवर्धित यूरेनियम की जरूरत होती है। एजेंसी का मानना है कि ईरान परमाणु बम बनाने के बेहद करीब है।इजरायल के जवाब का इतंजार
इजरायल ने 27 सितंबर को लेबनान की राजधानी बेरूत के दहिया में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और आईआरजीसी कमांडर अब्बास निलफोरुशान को एयर स्ट्राइक में मारा था। इसके बाद ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। अब इजरायल ने ईरान पर बदले की कार्रवाई की बात कही है। माना जा रहा है कि इजरायल किसी भी वक्त ईरान पर हमला कर सकता है। हालांकि ईरान ने भी स्पष्ट किया कि अगर इजरायल ने हमला बोला तो वह पलटवार जरूर करेगा। यह भी पढ़ें: अब यमन से दागी गई मिसाइल, मध्य इजरायल में अफरा-तफरी; वीडियो में दिखी भयानक आगI mean I'm not a seismologist but that graph on the right looks like a test to me. https://t.co/ohSoY4Vhme pic.twitter.com/P0ubXI9iNf
— Armchair Warlord (@ArmchairW) October 6, 2024