विनाशकारी भूकंप से तुर्किये-सीरिया में मृतकों की संख्या 19,300 के पार, धीमे बचाव कार्यों से लोगों में आक्रोश
तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा 19300 से ऊपर जा पहुंचा है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में तेजी आने के साथ ही मृतकों और घायलों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। Photo- AP
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 09 Feb 2023 09:36 PM (IST)
अंकारा, एपी। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा 19,300 से ऊपर जा पहुंचा है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में तेजी आने के साथ ही मृतकों और घायलों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्राकृतिक आपदा से तुर्की में 16,100 और सीरिया में 3,200 से ज्यादा लोगों की जान गई है। तुर्किये में 64,000 और सीरिया में 5,000 से ज्यादा जख्मी है।
धीमे बचाव कार्य से लोगों में आक्रोश
इस बीच, राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन को सरकार के बचाव व राहत के धीमे प्रयासों को लेकर आलोचना झेलनी पड़ रही है। आक्रोशित लोग सरकार से पूछ रहे हैं कि पिछले करीब ढाई दशक से भूकंप के नाम पर जो टैक्स वसूला गया, वह रकम कहां है? हिसाब दो। विनाश की इस घड़ी में उस रकम का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा।
आपदा के लिए तुर्किये में टैक्स
बता दें कि भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदा से निपटने के नाम पर तुर्किये में सरकार 'स्पेशल कम्युनिकेशन टैक्स' वसूलती है। इस बीच, चौथे दिन भी राहतकर्मी मलबे के ढेर में दबी जिंदगी तलाशने में जुटे रहे तथा ढही इमारतों के मलबे से कई जीवित लोगों को निकाला। सबसे बड़ी बात, भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी काफी संख्या में लोग खुले आसमान तले रहने को मजबूर हैं। ये लोग शून्य के आसपास मंडराते तापमान और भूख से जूझ रहे हैं। तुर्किये में तो हजारों लोग एक राहत शिविर के पास एकत्र हुए और हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भोजन और पानी की मांग करने लगे।72 घंटे बाद मलबे से जीवित निकाली महिला
अंटाक्या के पूर्व में स्थित दियारबाकिर में बचाव दल ने एक घायल महिला को सुबह एक ढही हुई इमारत से करीब 72 घंटे बाद जीवित निकाल लिया। हालांकि, महिला के साथ के तीन अन्य लोग मलबे में मृत पाए गए। अंटाक्या में ही एक महिला सेरप अर्सलान उस इमारत के मलबे को नम आखों से देख रही थी, जिसके तले उसकी मां और भाई दबे हुए हैं। यहां भारी मात्रा में मौजूद मलबे को हटाने का काम अब जाकर शुरू हुआ है। उधर, विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिमी सीरिया में बृहस्पतिवार की सुबह संयुक्त राष्ट्र का एक सहायता ट्रक पहुंचा।ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत से छठी उड़ान पहुंची तुर्किये
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि ऑपरेशन दोस्त के तहत भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर भारत से छठा विमान तुर्किये पहुंच गया है। इसमें भूकंप प्रभावित देश के लिए और राहत कर्मी, डॉग स्क्वाड और आवश्यक दवाएं भेजी गई हैं। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर विदेश मंत्रालय ने तुर्किये में चलाए जा रहे अपने एक मोबाइल अस्पताल की तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जहां चिकित्सा विशेषज्ञ आपात स्थिति में लोगों का इलाज करने की तैयारी कर रहे हैं।
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