जासूसी की खबरों के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने की इजराइल के पीएम नफ्ताली बेनेट से बात
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने पेगासस स्पाइवेयर के जरिये उनके मोबाइल फोन की जासूसी करने की खबरों के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से बात की। मीडिया संघ के अनुसार मैक्रों और उनकी सरकार के 15 सदस्य जासूसी के संभावित लक्ष्यों में से एक हैं।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Sun, 25 Jul 2021 07:17 PM (IST)
यरुशलम, प्रेट्र। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने मोरक्को के सुरक्षा बलों द्वारा पेगासस स्पाइवेयर के जरिये उनके मोबाइल फोन की जासूसी करने की खबरों के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से बात की। एक वैश्विक मीडिया संघ ने पिछले सप्ताह खबर दी थी कि पेगासस का इस्तेमाल कर 50,000 से अधिक मोबाइल नंबरों की जासूसी की जा रही है।
मामले की गंभीरता से जांच करने की अपीलमीडिया संघ के अनुसार मैक्रों और उनकी सरकार के 15 सदस्य जासूसी के संभावित लक्ष्यों में से एक हैं। इजरायल के चैनल 12 ने बताया कि मैक्रों ने बेनेट को फोन किया और उनसे मामले की गंभीरता से जांच करने की अपील की। इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आरोप उस समय से संबंधित है, जब उन्होंने पदभार नहीं संभाला था, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले में आवश्यक निष्कर्ष तक पहुंचा जाएगा। मैक्रों ने फ्रांस में पेगासस के दुरुपयोग की खबरें सामने आने के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा पर तत्काल बैठक की थी।
पिछले हफ्ते एक वैश्विक मीडिया कंसोर्टियम ने बताया कि पेगासस मैलवेयर का उपयोग करने पर 50 हजार सेलफोन नंबरों की जासूसी की जा रही थी, जिसे इज़राइली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है।मोरक्को सरकार ने उन खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि देश के सुरक्षा बलों ने स्पाइवेयर का इस्तेमाल फ्रांस के राष्ट्रपति को सुनने के लिए किया था। इसी तरह एनएसओ समूह ने इस बात से इनकार किया है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति को निशाना बनाया गया था। एनएसओ ग्रुप के चीफ कंप्लायंस ऑफिसर चैम गेलफैंड ने बुधवार को बताया कि हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन निशाने पर नहीं थे। मैक्रों के एक करीबी सूत्र ने कहा कि फ्रांसीसी नेता के पास कई फोन थे जिन्हें नियमित रूप से बदला, अपडेट और सुरक्षित किया जाता था।
इज़राइल ने गुरुवार को एनएसओ समूह के निगरानी सॉफ्टवेयर के दुरुपयोग के आरोपों की समीक्षा के लिए एक समिति की स्थापना की और संभावित लाइसेंस देने के पूरे मामले की समीक्षा का संकेत दिया।नेसेट की विदेश मामलों और रक्षा समिति के प्रमुख और सांसद राम बेन बराक ने गुरुवार को बताया कि रक्षा प्रतिष्ठान ने कई निकायों से बनी एक समीक्षा समिति नियुक्त की। जब वे अपनी समीक्षा पूरी कर लेंगे, तो हम परिणाम देखने और आकलन करने की मांग करेंगे कि क्या हमें सुधार करने की आवश्यकता है, बेन बराक पहले इजराइल की मोसाद जासूसी एजेंसी के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत थे।