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इजरायल पर ईरान का मिसाइल अटैक... G-7 देशों ने बुलाई आपात बैठक, पश्चिम एशिया में जबरदस्त तनाव

इजरायल पर ईरान द्वारा किए गए हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर विचार के करने के लिए संपन्न देशों के संगठन जी-7 ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई है। वहीं इजरायल और ईरान में टकराव की आशंका से विश्व बाजार में बुधवार को कच्चे तेल की कीमत में ढाई प्रतिशत तक का उछाल आया है। इस बीच भारत ने अपने नागरिकों से ईरान छोड़ने के लिए कहा है।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Wed, 02 Oct 2024 11:54 PM (IST)
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ईरान का इजरायल पर मिसाइल हमला। (Photo Reuters)
रॉयटर्स, यरुशलम। ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइल अटैक के बाद जी-7 देशों ने तनाव कम करने के लिए बुधवार को आपात बैठक बुलाई गई। यह निर्णय इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की अध्यक्षता में जी-7 के अन्य नेताओं के साथ एक तत्काल सम्मेलन के दौरान लिया गया। बातचीत के दौरान, जी-7 के नेताओं ने इजरायल के खिलाफ ईरान के हमले की कड़ी निंदा की। इस बीच भारत ने अपने नागरिकों से ईरान छोड़ने के लिए कहा है।

ईरान की मिसाइलें हवा में ही विफल

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स ने दावा किया है कि मंगलवार रात के हमले में इजरायल में खुफिया संगठन मोसाद के मुख्यालय, एफ-35 लड़ाकू विमानों के वायुसेना ठिकाने और अन्य सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। लेकिन इजरायल ने अमेरिका और जार्डन के सहयोग से ईरान के मिसाइल हमले को काफी हद तक विफल कर दिया। कई दायरों वाले डिफेंस सिस्टम के चलते इजरायल तक बहुत कम ईरानी मिसाइलें पहुंच पाईं।

नागरिकों को सिक्युरिटी एप पर किया अलर्ट

बता दें कि ईरानी हमले से कई घंटे पहले अमेरिका ने इजरायल को ईरान की तैयारियों की खुफिया जानकारी दे दी थी, उसी का नतीजा था कि इजरायल ने अपने सिक्युरिटी एप पर नागरिकों को भूमिगत ठिकानों के नजदीक रहने के लिए सतर्क कर दिया था। इससे पहले 13 अप्रैल को भी ईरान ने इजरायल पर 300 मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया था, उसे भी अमेरिका और जार्डन के सहयोग से इजरायल ने काफी हद तक विफल कर दिया था।

इजरायली सैनिकों और हिजबुल्लाह लड़ाकों जंग

लेबनान से सूचना है कि वहां पर इजरायली सैनिकों और हिजबुल्लाह लड़ाकों के बीच आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो गई है। इजरायली सेना के मंगलवार तड़के लेबनान में घुसने के बाद बुधवार को पहली बार यह आमना-सामना हुआ है। इजरायली सेना ने कहा है कि हमलावर दस्तों की मदद के लिए टैंकों और बख्तरबंद वाहनों की अतिरिक्त टुकडि़यां दक्षिणी लेबनान में भेजी गई हैं। इस बीच इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के 24 गांवों में रहने वाले लोगों से इलाका खाली करने के लिए कहा है वहां बने हिजबुल्ला के ठिकानों पर इजरायल के हमले होंगे।

हिजबुल्ला बोला- इजरायल को खामियाजा भुगतना होगा

हिजबुल्ला ने कहा है कि सीमावर्ती कस्बे मारुन अल-रास में इजरायली सेना से लड़ाई शुरू हो गई है और उसे पीछे धकेल दिया गया है। इतना ही नहीं हिजबुल्ला ने इजरायल के सीमावर्ती सैन्य ठिकानों पर भी राकेट हमले किए हैं। हिजबुल्ला के प्रचार प्रमुख मुहम्मद अफीफ ने कहा है कि लड़ाई अभी शुरू हुई है, हमारे संगठन के पास लड़ाकों, हथियारों और गोला-बारूद की कोई कमी नहीं है, इजरायल को हमले का खामियाजा भुगतना होगा।

गाजा में इजरायली हमलों में 74 मरे

गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर में इजरायली हमले में 51 लोग मारे गए और 82 घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में सात महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं। गाजा में अन्य इजरायली हमलों में दो बच्चों समेत 23 लोग मारे गए हैं। फलस्तीनियों का कहना है कि इजरायली सेना हवाई हमलों के साथ ही भारी गोलाबारी कर रही है जिससे उनका जान बचाना मुश्किल हो रहा है। इजरायली सेना ने इन हमलों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

खामेनेई ने किया था अलर्ट

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हिजबुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्लाह को इजरायली हमले में मारे जाने से कुछ दिन पहले लेबनान से भाग जाने की चेतावनी दी थी। 17 सितंबर को हिजबुल्लाह के पेजर पर हमले के तुरंत बाद, खामेनेई ने एक दूत के साथ एक संदेश भेजा जिसमें हिजबुल्लाह महासचिव से ईरान के लिए रवाना होने का अनुरोध किया गया था।

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