Move to Jagran APP

Israel Hamas War: गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में छाया अंधेरा, बिजली न होने से इनक्यूबेटर में मौजूद 39 बच्चों की जान पर आफत

फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा है कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में अंधेरा छाया हुआ है। मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-क्रिद्रा ने कहा कि हालात इतने बिगड़ गए हैं जिनका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। अल शिफा मेडिकल काम्प्लेक्स की अधिकांश इमारतों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा अल शिफा में इनक्यूबेटर पर 39 बच्चों की जिंदगी दांव पर लगी है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sun, 12 Nov 2023 12:04 AM (IST)
Hero Image
गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में बिजली की समस्या। (फोटो- एपी)
रायटर, गाजा। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा है कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में अंधेरा छाया हुआ है। बिजली न होने की वजह से इनक्यूबेटर में मौजूद 39 बच्चों की जान पर बनी हुई है। एक बच्चे की मौत भी हो गई है, वहीं अस्पताल के गहन देखभाल केंद्र में कार्यरत एक शख्स की इजरायली गोलाबारी में मौत हो गई है।

39 बच्चों की जिंदगी दांव पर

मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-क्रिद्रा ने कहा कि हालात इतने बिगड़ गए हैं, जिनका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। अल शिफा मेडिकल काम्प्लेक्स की अधिकांश इमारतों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा अल शिफा में इनक्यूबेटर पर 39 बच्चों की जिंदगी दांव पर लगी है। यह उन बच्चों के लिए मौत की सजा के समान होगी। इनक्यूबेटर केवल शाम तक ही काम कर पाएंगे, जिसके बाद ईंधन खत्म हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि अस्पताल में न तो बिजली है न ही इंटरनेट। हम उन्हें जिंदा रखने के लिए जूझ रहे हैं। हमें अस्पताल को खाली कराना पड़ेगा। वहीं, इस बीच हमास ने सैन्य अभियान के लिए अस्पतालों के उपयोग से इन्कार किया है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रास की अंतरराष्ट्रीय समिति से अपील की है कि वह अपना मिशन अस्पताल में भेजकर इजरायली आरोपों की जांच कर सकते हैं।

यह भी पढ़ेंः अरब और मुस्लिम नेताओं ने इजरायल से तुरंत युद्ध खत्म करने का किया आह्वान, सऊदी क्राउन बोले- अंतरराष्ट्रीय कानून का हो रहा उल्लंघन

मौत के लिए हमास जिम्मेदार

फ्रांस के राष्ट्रपति की ओर से गाजा में आम लोगों पर हमला रोकने की अपील के जवाब में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इन मौतों के लिए हमास जिम्मेदार है, न कि इजरायल।

उन्होंने कहा कि इजरायल गाजा में नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, जबकि हमास उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में जाने से रोक रहा है। इजरायल की सेना नागरिकों को युद्ध क्षेत्रों को छोड़ने के लिए कह रही है, लेकिन हमास उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।

हमास कमांडर को मार गिराया

जरायल रक्षा बल (आइडीएफ) के प्रवक्ता डेनियल ने शनिवार को कहा कि आइडीएफ ने हमास के नासिर-राडवान के कमांडर अहमद सियाम को मार गिराया है, जिसने 1000 फलस्तीनियों को रान्तिसी अस्पताल खाली करने से रोका था। उन्होंने कहा कि अहमद सियाम का यह कृत्य साफ करता है कि हमास गाजा पट्टी के नागरिकों को आतंकी उद्देश्यों के लिए मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।

वहीं, आइडीएफ ने शनिवार को कहा है कि 401वीं ब्रिगेड ने लगभग 150 आतंकवादियों को मार गिराया है और उत्तरी गाजा में हमास के आतंकी गढ़ों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। उनके लक्ष्यों में हथियार उत्पादन स्थल, लांचिंग स्टेशन, भूमिगत नेटवर्क आदि शामिल हैं। एक अलग घटना में, लेबनान में हिजबुल्लाह से संबंधित कई आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया। ये हमले पिछले दिनों किए गए हमलों के जवाब में किए गए हैं।

यह भी पढ़ेंः Israel Hamas War: 'एक बार आप बर्बरता देखें', हमास हमले की निंदा नहीं करने पर इजरायली दूत ने की UNSC की आलोचना