हिजबुल्लाह का नया चीफ मारा गया! 24 घंटे बाद भी सेफेद्दीन का नहीं चला पता; इजरायल ने बेरूत पर फिर बरसाए बम
Israel- Hezbollah War हिजबुल्लाह और लेबनान पर इजरायली हमले रुक नहीं रहे हैं। इजरायली ने बेरूत में शुक्रवार और शनिवार की रात 12 बार बमबारी की। इधर हिजबुल्लाह प्रमुख के सबसे बड़े दावेदार हाशेम सेफेद्दीन का 24 घंटे बाद भी पता नहीं चल पाया है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उसकी भी इजरायली हमले में मौत हो गई है। हिजबुल्लाह ने इससे खंडन भी नहीं किया है।
बेरूत, रॉयटर्स। लेबनान की राजधानी बेरूत के हिजबुल्लाह के प्रभाव वाले दक्षिणी उपनगरों में इजरायली विमानों ने शुक्रवार-शनिवार रात 12 बार बमबारी की है। साथ ही लेबनान के त्रिपोली शहर के नजदीक स्थित फलस्तीनियों के शरणार्थी शिविर को भी निशाना बनाया है।
इस हमले में हमास की सैन्य शाखा के एक अधिकारी, उसकी पत्नी और दो बेटियों की मौत हुई है। इस बीच शुक्रवार के इजरायली हमले के 24 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी हिजबुल्लाह प्रमुख के सबसे बड़े दावेदार हाशेम सेफेद्दीन का पता नहीं चला है।
सेफेद्दीन के बंकर को बनाया निशाना
इजरायली विमानों ने गुरुवार रात बेरूत के उपनगर दानिये में उस भवन को निशाना बनाया था, जिसके नीचे बने बंकर में सेफेद्दीन सहयोगियों के साथ बैठक के लिए मौजूद था। इजरायली सेना और हिजबुल्लाह ने सेफेद्दीन के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है।इजरायली सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल नादेव शोशानी ने कहा है कि गुरुवार रात हिजबुल्लाह के खुफिया मामलों के मुख्यालय पर किए गए हमले के परिणामों का आकलन किया जा रहा है। इसी भवन पर हुए हमले के बाद सेफेद्दीन के मारे जाने की चर्चा शुरु हुई थी, लेकिन हिजबुल्लाह और ईरान ने अभी तक इस चर्चा का खंडन नहीं किया है।
हिजबुल्लाह के लिए बड़ा झटका
अगर सेफेद्दीन मारा गया है तो यह हिजबुल्लाह के लिए बड़ा झटका होगा, क्योंकि सेफेद्दीन हिजबुल्लाह के ईरान और अन्य देशों से संबंधों का प्रभारी था। साथ ही हिजबुल्लाह की विचारधारा को तय करने वालों में उसका ओहदा नसरुल्ला के ठीक बाद का था।हिजबुल्लाह के प्रभाव वाले बेरूत के उपनगर दानिये पर इजरायल के लगातार हमलों से वहां कई बहुमंजिली इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। इनमें से कई इमारतों से हमले के कई दिन बाद भी आग सुलग रही है और धुंआ निकल रहा है। रोज के हमलों से डरे हुए आमजन इलाका छोड़कर अन्य स्थानों पर चले गए हैं। विदित हो कि इसी इलाके में हिजबुल्लाह का मुख्यालय था, जिस पर हमले में नसरुल्ला की मौत हुई थी।