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Israel-Hamas War: हिजबुल्ला ने इजरायल को दी 'खून के बदले खून' की धमकी, कहा- लेबनानी नागरिकों की मौत की चुकानी पड़ेगी कीमत

आंतकी सगंठन हमास के साथ युद्ध के बीच हिजबुल्ला संगठन ने इजरायल को बड़े हमले की धमकी दी है। 10 लेबनानी नागरिकों की मौत से बौखलाया हिजबुल्ला ने इजरायल को इसकी कीमत चुकाने को कहा है। जवाब में इजरायल ने कहा कि हिजबुल्ला के सीमा से हटा देंगे। हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने कहा कि इजराइल को खूनी हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Sat, 17 Feb 2024 05:00 AM (IST)
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हिजबुल्ला ने इजरायल को दी 'खून के बदले खून' की धमकी। फाइल फोटो।
रायटर, बेरुत। आंतकी सगंठन हमास के साथ युद्ध के बीच हिजबुल्ला संगठन ने इजरायल को बड़े हमले की धमकी दी है। 10 लेबनानी नागरिकों की मौत से बौखलाया हिजबुल्ला ने इजरायल को इसकी कीमत चुकाने को कहा है। जवाब में इजरायल ने कहा कि हिजबुल्ला के सीमा से हटा देंगे।

खूनी हमले की चुकानी पड़ेगी कीमत

टेलीविजन पर एक भाषण के दौरान हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने कहा कि इजराइल को खूनी हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी। हिजबुल्ला की धमकी के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर चल रहे संघर्ष के तेज होने की आशंका बढ़ गई है। नसरल्ला ने इजरायल पर जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इजरायल उन्हें मारने से बच सकता था। मृतकों में पांच बच्चे शामिल हैं।

अपने अभियानों का विस्तार करेगा हिजबुल्ला

नसरल्ला ने कहा कि दुश्मन को लेबनानी महिलाओं और बच्चों के खून की कीमत खून से चुकानी पड़ेगी। नसरल्ला ने कहा कि हत्याओं से हिजबुल्ला का दृढ़ संकल्प बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला अपने अभियानों का विस्तार करेगा। इजराइल को इसका इंतजार करना चाहिए। व

इजरायली हमले में अब तक मारे गए 28,775 लोग

हीं, गाजा के अधिकारियों ने कहा है कि बीते 24 घंटे के दौरान गाजा में 112 लोगों की मौत हो गई। इस तरह अब तक गाजा में इजरायली हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28,775 हो गई है। वहीं, इजरायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें से कुछ पर आरोप है कि वे सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले में शामिल थे।

इसके साथ ही शुक्रवार को लाल सागर में यमन के पास एक जहाज को निशाना बनाकर मिसाइल से हमला किया गया। गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के बीच नवीनतम हमला यमन के हाउती विद्रोहियों द्वारा किए जाने का संदेह है।

दक्षिणी गाजा के अस्पताल में पांच मरीजों की मौत

दक्षिणी गाजा के मुख्य अस्पताल में इजरायली सैनिकों द्वारा किए गए हमले में आक्सीजन बंद होने से इमरजेंसी वार्ड में भर्ती पांच मरीजों की मौत हो गई। इजरायली सैनिक खान यूनिस में गुरुवार को नासिर अस्पताल को घेरकर छापेमारी कर रहे थे। इजरायली बल को आशंका है कि हमास द्वारा अगवा किए गए बंधकों या उनके शव यहां रखे हो सकते हैं। वहीं, शुक्रवार को दक्षिण इजरायल में एक हमले में दो लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए।

संदिग्ध हमलावर को इजरायल ने मार गिराया

इजरायली पुलिस ने कहा कि संदिग्ध हमलावर को सशस्त्र नागरिकों ने मार गिराया। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि नासिर अस्पताल में छापा गुरुवार को तब मारा गया जब इजरायली सैनिकों ने दक्षिणी गाजा के शहर खान यूनिस में नासिर अस्पताल को लगभग एक सप्ताह तक घेर रखा था। वहीं, दक्षिणी इजरायल में एक बस स्टाप पर एक व्यक्ति ने दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और चार अन्य को घायल कर दिया। इजरायली मीडिया ने इसे संदिग्ध फलस्तीनी हमला बताया है। अधिकारियों ने कहा कि हमलावर को घटनास्थल पर मौजूद एक सशस्त्र नागरिक ने गोली मार दी।

बाइडन ने पीएम नेतन्याहू को फिर किया आगाह

गाजा में युद्धविराम पर बातचीत रुकी हुई प्रतीत होती है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए विश्वसनीय और कारगर योजना के बिना दक्षिणी गाजा के शहर रफाह में सैन्य अभियान को आगे बढ़ाने के खिलाफ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फिर से आगाह किया है। हालांकि, पीएम नेतन्याहू ने फलस्तीनियों के साथ इजरायल के संघर्ष के दीर्घकालिक समाधान पर "अंतरराष्ट्रीय आदेशों" को शुक्रवार को अस्वीकार करने का संकल्प लिया है।

राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ रात भर बात करने के बाद नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा कि इजरायल फलस्तीनियों के साथ स्थायी समाधान के संबंध में अंतरराष्ट्रीय आदेशों को स्वीकार नहीं करेगा।

रफाह के पास मिस्त्र बना रहा दीवार

एसोसिएटेड प्रेस शो द्वारा शुक्रवार को विश्लेषित किए गए उपग्रह चित्रों के अनुसार, मिस्त्र एक दीवार का निर्माण कर रहा है और सीमावर्ती शहर रफाह को निशाना बनाने वाले एक योजनाबद्ध इजरायली हमले से पहले गाजा पट्टी के साथ अपनी सीमा के पास भूमि को समतल कर रहा है। मिस्त्र ने सार्वजनिक रूप से निर्माण को स्वीकार नहीं किया है। लेकिन बार-बार इजरालय को चेतावनी दे रहा है कि वह रफाह में विस्थापित हुए 10 लाख से अधिक फलस्तीनियों को सीमा पार अपने क्षेत्र से जबरन न निकाले।