Israel Iran War News 27 सितंबर को इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के खतरनाक कमांडर हसन नसरल्लाह मौत को घाट उतार दिया था। इसके बाद ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर 180 से ज्यादा हवाई हमले किए। ईरान के इस हमले के बाद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को तबाह करने की कसम खाई थी। गुरुवार देर रात इजरायली हमले में हाशिम सफीद्दीन की भी मौत हो गई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार देर रात बेरूत में हुए इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर हाशेम सफीदीन की मौत हो गई। नसरल्लाह की मौत के बाद हाशेम को हिजबुल्लाह की कमान मिलने वाली थी। हालांकि, हिजबुल्लाह और इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
सुरक्षा प्रमुखों के साथ सीक्रेट मीटिंग
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजरायल ने मंगलवार को ईरान के मिसाइल हमले का जवाब देने की कसम खाई थी। इजरायल हिजबुल्लाह के ठिकानों को चुन-चुनकर तबाह कर रहा है। बुधवार को पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ एक मीटिंग की थी, जिसमें ईरान को करारा जवाब देने का प्लान बनाया गया। इस प्लानिंग के बाद ही इजरायल ने गुरुवार को हिजबुल्लाह पर हमला किया और हाशेम सफीदीन को ढेर कर दिया। आइए जानते हैं इजरायल ईरान से कैसे बदला ले सकता है?
ईरान के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इजरायल ईरानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर जवाब दे सकता है। इजरायल पर हमले के लिए जिन बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग किया गया था, आईडीएफ हिजबुल्लाह के उन ठिकानों को तबाह कर सकता है। इसके साथ ही इजरायल ईरानी वायु रक्षा प्रणालियों और मिसाइल-लॉन्चिंग सुविधाओं को भी नष्ट कर सकता है।
ईरान की परमाणु भंडार पर हमला
इजरायल ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है। इसपर हमला करने से तेहरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता में देरी हो सकती है। ईरान के परमाणु ठिकाने कई जगहों पर हैं, कुछ तो भूमिगत भी हैं। हालांकि, इजरायल द्वारा इसके परमाणु बुनियादी ढांचे पर हमले से बड़े जंग की संभावनाएं बढ़ सकती है। इसके साथ ही अमेरिका ने भी इजरायल को परमाणु ठिकानों पर हमला न करने की चेतावनी दी थी।
ईरान के पेट्रोलियम ठिकानों पर हमला
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल ईरान को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के लिए उसके पेट्रोलियम उद्योग पर भी हमला कर सकता है। इजरायल के इस हमले से ईरान की अर्थव्यवस्था को तो काफी नुकसान पहुंचेगा ही, साथ ही इस तरह के हमले से सऊदी अरब और अन्य खाड़ी अरब देशों में तेल उत्पादन सुविधाओं पर काफी असर पड़ेगा। इससे पश्चिम समेत अन्य देशों में ईंधन की कीमत बढ़ सकती है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा था कि वह ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाएंगे।
ईरान पर साइबर अटैक का भी विकल्प
सैन्य प्रतिक्रिया को सबसे अधिक संभावित माना जाता है, लेकिन ऐसे विकल्प भी हैं जिनमें मिसाइल हमले या कमांडो शामिल नहीं हैं। मिसाइल और सैन्य हमले के अलावा, इजरायल ईरान पर साइबर अटैक भी कर सकता है। क्योंकि हाल ही में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुए थे, जिसके लिए हिजबुल्ला ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इजरायल ईरान पर साइबर अटैक भी कर सकता है।
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