Iran: मानवाधिकार समूह ने किया बड़ा खुलासा, ईरान हिजाब विवाद में कैद बच्चे यौन हिंसा और बिजली के झेलते हैं झटके
मानव अधिकार समूह (एमनेस्टी इंटरनेशनल) ने ईरान हिजाब विवाद में कैद बच्चों के संबंध में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि ईरान में बाल बंदियों को देश में अधिकारियों द्वारा गंभीर यातनाएं यौन हिंसा पिटाई और बिजली के झटकों का सामना करना पड़ता है।( फाइल फोटो)
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 18 Mar 2023 12:54 PM (IST)
तेहरान, एएनआई। मानव अधिकार समूह (एमनेस्टी इंटरनेशनल) ने ईरान हिजाब विवाद में कैद बच्चों के संबंध में बड़ा खुलासा किया है।
सीएनएन ने अधिकार समूह के हवाले से बताया कि ईरान में बाल बंदियों को देश में अधिकारियों द्वारा गंभीर यातनाएं, यौन हिंसा, पिटाई और बिजली के झटकों का सामना करना पड़ता है।
जबरन कबूलनामा के लिए दी जा रही यातनाएं
रिपोर्ट से पता चला कि ईरान के सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिए बच्चों को उनसे 'जबरन कबूलनामा' करवाने के लिए दंडित किया और अपमानित भी किया।एमनेस्टी ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि ईरान के खुफिया और सुरक्षा बल 12 साल से कम उम्र के बाल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पिटाई, बिजली के झटके, दुष्कर्म और अन्य यौन हिंसा सहित अत्याचार के भयानक कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं।
हिजाब विवाद में हुई थी हिरासत
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने यह भी बताया कि इस कृत्य में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और अर्धसैनिक बासिज भी इसमें शामिल हैं।गौरतलब है कि पिछले साल 22 साल की महसा अमिनी की मौत से देश में फैली हिंसा के परिणामस्वरूप बच्चों को हिरासत में लिया गया था। ड्रेस कोड को लेकर हिरासत में लिए जाने के बाद अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।