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इजरायल-हमास युद्ध: गाजा का बुनियादी ढांचा तबाह, युद्ध ने 70 साल पीछे धकेला; गरीबी से प्रभावित होंगे 41 लाख लोग

इजरायल ने अपने हमलों से गाजा को दशकों पीछे धकेल दिया है। उसे इस संकट से उबरने में काफी समय लगेगा। गाजा के तबाह बुनियादी ढांचे को ही ठीक करने में 18.5 बिलियन डॉलर से अधिक का खर्च लगेगा। इजरायली हमलों से करीब 57 फीसदी कृषि भूमि तबाह हो चुकी है। 500 स्वास्थ्य सुविधाओं को हमले का सामना करना पड़ा है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sat, 26 Oct 2024 03:48 PM (IST)
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यूएन ने जारी की गाजा पर तबाही वाली रिपोर्ट।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास के खिलाफ गाजा पर इजरायली हमलों से भारी तबाही मची है। संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली हमलों ने गाजा को लगभग 70 साल पीछे धकेल दिया है। गाजा का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से तबाह हो चुका है। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध का एलान किया था।

60 फीसदी इमारतें तबाह

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और पश्चिमी एशिया संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCWA) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि गाजा में लगभग 60 फीसदी इमारतें नष्ट हो गई हैं। लगभग 57 फीसदी कृषि भूमि तबाह हो चुकी है।

69 साल की प्रगति हुई तबाह

यूएनडीपी का अनुमान है कि युद्ध ने गाजा को दशकों पीछे धकेल दिया है। करीब 69 वर्षों में गाजा ने जो प्रगति हासिल की थी, युद्ध ने वह सब तबाह कर दिया है। बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। सिर्फ बुनियादी ढांचे के मरम्मत में 18.5 बिलियन डॉलर से अधिक की रकम खर्च हो जाएगी।

करीब 67 फीसदी जल और स्वच्छता सुविधाएं नष्ट हो चुकी हैं। करीब 92.9% स्कूल भवनों को नुकसान पहुंचा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक स्वास्थ्य अवसंरचना को लगभग 500 हमलों का सामना करना पड़ा है।

90 फीसदी आबादी विस्थापित

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आवास और बुनियादी ढांचे के अलावा खाद्य स्रोतों, स्वास्थ्य, पेयजल सुविधाओं को भी निशाना बनाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा को युद्ध से पूर्व की स्थिति को हासिल करने में एक दशक से अधिक का समय लग जाएगा। गाजा की लगभग 90 फीसदी आबादी को विस्थापन का सामना करना पड़ा है। युद्ध के बाद भी लगभग 743,000 से अधिक लोग विस्थापित रहने पर मजबूर होंगे।

गरीबी से 41 लाख लोग होंगे प्रभावित

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2024 में फिलिस्तीन में गरीबी बढ़कर 74.3 प्रतिशत हो जाएगी। इससे लगभग 41 लाख लोग प्रभावित होंगे। इनमें 26 लाख से अधिक नए गरीबों की संख्या होगी। अगर युद्ध नहीं हुआ तो 2024 में फिलिस्तीन का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 35.1 प्रतिशत की कमी आएगी। बेरोजगारी 49.9 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।

कहां से शुरू हुआ युद्ध?

7 अक्टूबर 2023 को हमास के करीब 2500 आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में 1200 से अधिक इजरायलियों की जान गई थी। वहीं 250 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था। इसके तुरंत बाद ही इजरायल ने हमास के खिलाफ गाजा पर सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अभी तक 42 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

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